जयपुर। विश्व हिंदू परिषद ने राजस्थान विधानसभा में विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध विधेयक 2025 के पारित होने का स्वागत किया है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम ने राज्य सरकार के इस कदम को देशहित में आवश्यक बताते हुए आभार जताया।
राजाराम ने कहा कि कठोर कानून के माध्यम से प्रदेश में छल, प्रलोभन, डरा धमकाकर, बहला फुसलाकर किए जा रहे अवैध धर्मांतरण को प्रभावी रूप से रोका जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि धर्मांतरण की गतिविधियां अलगाववाद को बढावा देती हैं, जो कि भारतीय एकता, अखण्डता एवं राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। साथ ही जबरन धर्मांतरण हिंदू समाज की बहन बेटियों के लिए बहुत बड़ा खतरा बन गया है। हाल ही में खैरथल में एक विवाहिता द्वारा धर्मांतरण की बजाय आत्महत्या का विकल्प चुनने की घटना का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह जबरन धर्मांतरण की घटनाएं राजस्थान के विभिन्न जिलों जैसे अलवर, भरतपुर, खैरथल तिजारा, बांसवाडा, सिरोही, डुंगरपुर, दौसा, झुंझुनू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ, सलुम्बर आदि जिलों में बड़ी मात्रा में हो रहीं हैं। इनका मुख्य निशाना दलित तथा जनजातीय समुदाय रहता है। ऐसी गतिविधियां साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाडती हैं।