जयपुर। पुलिस महानिदेशक राजस्थान राजीव शर्मा के निर्देशानुसार नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों और उनके परिजनों के लिए जारी राजस्थान पुलिस की हेल्पलाइन नंबर मददगार साबित हो रहा है, जिससे काफी लोगों को राहत मिली है। इस पहल की काफी सराहना की गई और राजस्थान पुलिस को धन्यवाद दिया गया।
पुलिस महानिरीक्षक कानून एवं व्यवस्था अनिल कुमार टांक ने बताया कि इन हेल्पलाइन नंबरों पर कुल 43 व्यक्तियों ने सहायता मांगी। उन्हें ना केवल गंभीरता से सुना गया अपित कुछ ही समय पर उनके द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देकर संतुष्ट किया गया। उन्होंने बताया कि भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे अभी काठमांडू न आएं।
भारतीय दूतावास ने बताया है कि वह संबंधित नागरिकों के साथ निरंतर संपर्क में है तथा सभी को सुरक्षित रूप से स्वदेश लौटने के प्रयास जारी हैं। सूचनाकर्ताओं ने बताया कि उनके परिजन पशुपतिनाथ मंदिर के आसपास स्थित गेस्ट हाउस पर कंपनी की बसों से गए थे, जहां आंदोलनकारियों ने बसों में तोड़फोड़ की। इस स्थिति में फंसे पर्यटकों को हेल्पलाइनों के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
राज्य सरकार को सूचना कविताओं की समस्याओं से अवगत कराकर प्रभावित पर्यटकों को बसों व हवाई जहाज द्वारा सुरक्षित बाहर निकालने के प्रयासों की जानकारी दी गई। भारतीय दूतावास ने पर्यटकों को होटल में ठहराया तथा एयरपोर्ट पर सुरक्षा प्रदान की गई। जो यात्री बसों से गए थे, वे स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सीमा पार कर भारत लौट रहे हैं।
अधिकांश पर्यटकों की वापसी हवाई जहाज और बसों द्वारा सुनिश्चित की जा रही है। सूचनाकर्ताओं से उनकी समस्याओं बाबत फीडबैक लिया जा रहा है, जिसमें वे पुलिस व सरकार द्वारा किए गए प्रयासों की प्रशंसा कर रहे हैं। सूचनाकर्ताओं ने बताया कि उनका परिजनों से सम्पर्क हो रहा है तथा वे सुरक्षित तरीके से हवाई जहाज अथवा बस द्वारा वापस लौट रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि नेपाल में विभिन्न कारणों से फंसे भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए राजस्थान पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय में एक विशेष सेल स्थापित किया गया है। इसके लिए चौबीस घंटे हेल्पलाइन और व्हाट्सएप नंबर जारी किए गए।
सेल की जिम्मेदारी एसपी कानून एवं व्यवस्था गोवर्धलाल सोकरिया को सौंपी गई, वहीं तीन अनुभवी पुलिस अधिकारियों को राउंड द क्लॉक ड्यूटी पर लगाया गया है। इस पहल से नेपाल में फंसे भारतीय नागरिक और उनके परिजन अब राजस्थान पुलिस की मदद से सीधे संपर्क कर सकते हैं।