जयपुर। आर्ष दिग्दर्शक संस्कृति ट्रस्ट की ओर से चांदपोल के खजाने वालों का रास्ता में बद्रीनाथ जी मंदिर में मंगलवार को श्रीमद् भागवत कथा का विश्राम हुआ। व्यासपीठ से डॉ प्रशान्त शर्मा ने सातवें दिन नव योगेश्वर संवाद, कलियुग वर्णन, भागवत सार, सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा का श्रवण कराया। शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज, श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया सहित अन्य विशिष्ट लोग कथा में सान्निध्य प्रदान करने पहुंचे।
तर्क नहीं भक्ति से प्राप्त होंगे भगवान
पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथ जी मंदिर में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में चल रही श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के छठे दिन गोपी-उद्धव संवाद, वेणुनाद प्रसंग पर प्रवचन हुए। व्यासपीठ से हरि सुरेश आचार्य ने कहा कि भगवान को तर्कों से नहीं भाव से ही प्राप्त किया जा सकता है। बुधवार को सातवें दिन परीक्षित मोक्ष प्रसंग के साथ कथा का विश्राम होगा।