श्यामा—श्याम हो,धनी धाम हो, तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो … गाकर कृष्ण को रिझाया

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Shyama-Shyam ho, Dhani abode ho, I bow at your feet… by singing this she wooed Krishna.
Shyama-Shyam ho, Dhani abode ho, I bow at your feet… by singing this she wooed Krishna.

जयपुर। परनामी मंदिर राजा पार्क में चल रहे पांच दिवसीय प्राकट्य महोत्सव के तृतीय दिवस पर मुख वाणी,भजन गायन ,वाणी चर्चा सहित अनेक कार्यक्रम आयोजित हुए। पंचायत के अध्यक्ष ललित भगत ने बताया कि परनामी धर्म के प्रवर्तक महामति श्री प्राणनाथ जी का 408 वां प्राकट्य महोत्सव हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया जा रहा है।

पंजाब जागनी पीठ करनाल धाम के गादीपति जगत राज महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि परब्रम्ह सच्चिदानंद परमात्मा श्री कृष्ण की उपासना श्री कृष्ण परनामी धर्म के अनुयायियों द्वारा की जाती है। 400 वर्ष पूर्व श्री कृष्ण परनामी धर्म के प्रवर्तक महामति प्राणनाथ ने इस संसार के सभी धर्मों का सार तारतम वाणी में बताया कि संसार में सभी धर्म एक हैं।

उन्होंने मुगल शासक को समझाया कि धर्मों में भेद नहीं कर सभी धर्मों का आदर करे।
प्राणनाथ महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने अपने परम शिष्य महाराजा छत्रसाल को मध्यप्रदेश के पन्ना नामक स्थान से बहुमूल्य रत्न हीरे निकलने का वरदान दिया। पन्ना आज भी हीरे के लिए जाना जाता है । प्राणनाथ जी की कृपा से महाराज छत्रसाल ने मुगलों से 52 लड़ाइयां लड़ीं और सभी में विजय प्राप्त की ।

पदमावती पुरी धाम के देवकरण महाराज ने कहा कि परनामी संप्रदाय के 40 लाख से अधिक अनुयायी राज श्यामा की भक्ति करते हैं। परनामी मंदिरों में तारतम वाणी ग्रंथ दर्शनों के लिए विराजमान होते हैं जिन पर मोर मुकुट ,बांसुरी और मुकुट धारण किए होते हैं ।

इन्हीं के वांग्मय स्वरूप की पूजा होती है ।उनका दिव्य संदेश है कि तुम प्रेम और सेवा से पाओगे पार ।धर्म अलग अलग हैं परन्तु सभी का सार एक ही है ,धनी एक ही है ।
महिला मंडल ने भजनों की रसधार बहाई ।श्यामा श्याम हों,धनी धाम हों ।तेरे चरणों में मेरा प्रणाम हो ….,पूर्ण ब्रह्म दुनिया में आए ,सब के प्राणनाथ जी आए ….गाकर साध संगत को आनंदित किया। प्राणनाथ का यही विचार ,सुख शीतल करूं संसार। संदेश को जन जन तक पहुंचाया गया।

इस मुख्य कार्यक्रम के तहत शनिवार को श्री जी साहेब के प्राकट्य महोत्सव की बधाई होगी । सुबह 10.30 बजे महाआरती होगी। मुख वाणी गायन एवं भजन सत्संग होंगे । 11 बजे लंगर प्रसादी होगी ,सेवादारों का सम्मान होगा ।रात्रि 9 बजे बालक बालिकाओं द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुत होंगे । गुरुजनों के आशीर्वचन होंगे और गरबा रास होगा।

इस अवसर पर मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया और बिजली की रोशनी से मंदिर परिसर जगमग कर उठा। अशोक भगत ने बताया कि सामाजिक सरोकार के तहत रविवार को सुबह 10 बजे से श्री कृष्ण परनामी मंदिर राजापार्क में निःशुल्क दंत चिकित्सा शिविर और निःशुल्क चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन होगा।

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