जयपुर। 10वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में आमजन में आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ एवं निरोगी रहने के लिए आयुर्वेद जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस जागरूकता रैली में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के सोलह से अधिक देशों के विद्यार्थियों के साथ संस्थान में अध्ययन करने वाले हजारों विद्यार्थियों ने भाग लिया।

आयुर्वेद जगरूकता रैली के बाद राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा आम जन के स्वास्थ्य के दिशा में किए जा रहे कार्यो एवं गतिविधियों और 10वें आयुर्वेद दिवस की जानकारी देते हुए कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने बताया कि 10वें आयुर्वेद दिवस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से अब से प्रतिवर्ष 23 सितंबर को मनाया जाएगा। आज आयुर्वेद को बड़ी संख्या में देश के साथ विदेशों में भी अपनाया जा रहा है, जिसका उदाहरण विदेश में बढ़ती आयुर्वेद चिकित्सकों की मांग है वहीं दूसरी ओर संस्थान में 16 देश के विद्यार्थी आयुर्वेद चिकित्सा में अध्ययन और रिसर्च कर रहे हैं।
आयुर्वेद और योग से जुड़कर हर व्यक्ति स्वस्थ और निरोगी जीवन की ओर बढ़ रहा है। आज जिस प्रकार से योग ने पूरे विश्व में अपनी एक पहचान बनाई है उसी प्रकार जल्द ही आयुर्वेद भी पूरे विश्व में अपनी पहचान बनाएगा और हमारी इस प्राचीन धरोहर से हर व्यक्ति स्वस्थ होने की तरफ अपने कदम बढ़ायेगा। आज आयुष मंत्रालय भारत सरकार के नेतृत्व में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान से प्रतिवर्ष लाखों लोग आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से जुड़कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
आज आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में प्राचीन ज्ञान के भंडार के साथ नई तकनीक का समावेश भी किया जा रहा है जिससे अधिकांश रोगों में आमजन को स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके, इसके लिए संस्थान में प्राचीन आयुर्वेद पांडुलिपियों कि भारत सरकार की एकमात्र नोडल एजेंसी के रूप में संस्थान में स्थापित पांडुलिपि विज्ञान विभाग है तो साथ ही कई विभागों में मॉडर्न और अत्याधुनिक रिसर्च लैब है ।

राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान चिकित्सा के साथ रिसर्च में भी आगे बढ़ रहा है आज कई रोगों के निदान के साथ हम आयुर्वेद प्रोडक्ट बनाने की और भी बढ़ रहे हैं। इस साल आयुर्वेद दिवस की थीम आयुर्वेद जन-जन के लिए एवं पृथ्वी के कल्याण के लिए पर मनाया जा रहा है। इसी थीम पर आज राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान कार्य कर रहा है हम आमजन को आयुर्वेद से चिकित्सा का लाभ देने के साथ पेड़-पौधों के लिए भी आयुर्वेद के माध्यम से कई रिसर्च के कार्य कर रहे हैं जिसके लिए हमने संस्थान में वृक्षआयुर्वेद विभाग की स्थापना की है। आज संस्थान द्वारा आयुर्वेद जागरूकता रैली निकाली गई जिसका उद्देश्य आम जन को आयुर्वेद से अधिक से अधिक जोड़ना और उनके जीवन को स्वस्थ दिशा की ओर मोड़ना है ।
प्रोफेसर संजीव शर्मा ने संस्थान द्वारा आमजन के स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की नवाचारों की जानकारी देते हुए बताया राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान में कैंसर, डेंटल, आई, ओपीडी और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आमजन के स्वास्थ्य लाभ के लिए जल्दी नया ओपीडी ब्लॉक का शुभारंभ किया जाएगा। स्पेशली एबल्ड बच्चों के आयुर्वेद पद्धति से इलाज के लिए संस्थान में बाल संवर्धन केंद्र की शुरुआत की गई है। हर वर्ष कई रोगों के इलाज के लिए संस्थान के पंचकर्म विभाग एवं अन्य विभागों में देश के साथ विदेशों से भी लाखों लोग इलाज करवा रहे हैं।

नशा मुक्त समाज के निर्माण के लिए संस्थान में नशा मुक्ति इकाई को शुरू किया गया है। संस्थान की ओपीडी में दिखाने आने वाले मरीजों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत भी की गई है जिसमें वह व्यक्ति एनआईए की वेबसाइट पर अपना स्लॉट ऑनलाइन बुक करवा सकते हैं।
आयुर्वेद जगरूकता रैली कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर सुनील यादव ने आयुर्वेद जगरूकता रैली की जानकारी देते हुए बताया कि 10वें आयुर्वेद दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा आमजन में आयुर्वेद एवं स्वस्थ जीवनशैली की जागरूकता हेतु “रन फ़ॉर आयुर्वेद” का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान से हवामहल, बड़ी चौपड़ तक किया गया । इस रैली में कुलपति प्रोफेसर संजीव, संयुक्त निदेशक जेपी शर्मा, उपनिदेशक प्रशासन चंद्रशेखर शर्मा, प्रशासनिक अधिकारी मोहन लाल मीणा के साथ में संस्थान के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों ने भाग लिया । आयुर्वेद जागरूकता रैली में लगभग 2000 से अधिक चिकित्सक, शिक्षक, विद्यार्थी ओर आमजन ने भाग लिया।