जयपुर/हनुमानगढ़। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने एक बार फिर बीज कंपनियों की पोल खोल दी है। खरीफ सीजन की तरह रबी सीजन में भी किसानों तक घटिया और अमानक बीज न पहुँचे। इसके लिए मंत्री ने कमर कस ली है। इसी कड़ी में शनिवार को हनुमानगढ़ जिले की संगरिया तहसील के नगराना गांव स्थित स्टार एग्री सीड्स प्राइवेट लिमिटेड पर अचानक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण में गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। गेहूं बीज पैकिंग के बैग पर तमिलनाडु का पता लिखा हुआ था, जबकि पूरा उत्पादन और पैकेजिंग संगरिया क्षेत्र में ही हो रही थी। यही नहीं, सरसों के बीज पर खतरनाक केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा था। कंपनी से संतोषजनक जवाब न मिलने पर मंत्री ने 10 हजार क्विंटल सरसों और 34 हजार क्विंटल गेहूं बीज की बिक्री पर तत्काल रोक लगा दी।
यही नहीं 1 लाख से ज्यादा गेहूं के बैग सीज कर सैंपलिंग भी की गई। कृषि मंत्री ने कंपनी के सभी बीजों की बिक्री पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया है। बीज नियम 1968 एवं इसकी धारा 7,9,10 के तहत कार्रवाई की गई है। जांच के बाद और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
रासी सीड्स का घपला भी बेनकाब
छापेमारी में रासी सीड्स कंपनी की गड़बड़ी भी उजागर हुई। कंपनी हनुमानगढ़ में बीज का प्रोडक्शन, मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग कर रही थी, लेकिन बैग पर पता तमिलनाडु के कोयंबटूर का छापा जा रहा था। इसे कृषि मंत्री ने बड़ी धोखाधड़ी करार दिया।
स्टार एग्री को जमा करवाने होंगे ये दस्तावेज
कृषि मंत्री ने कंपनी से कई अहम दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं, जिनमें फर्म का अनुज्ञा पत्र और पंजीकरण प्रमाण पत्र,सभी फसलों के किस्मवार जेनेटिक सोर्स डॉक्यूमेंट,आरएंडडी भूमि से संबंधित दस्तावेज, सभी किस्म की जीओटी टेस्ट रिपोर्ट खरीफ 2025 तक किसानों के खेतों पर हुए बीज उत्पादन की सूची,,किसानों को उपलब्ध कराए गए फाउंडेशन बीज और उसकी रसीद आदि शामिल हैं।