संपर्क व समन्वय से करें नशे के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही : पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा

0
50

जयपुर। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार ने अवैध मादक पदार्थों की रोकथाम और नशे की बढ़ती समस्या पर प्रभावी कार्रवाई करते हुए एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया है। इस टास्क फोर्स से जुड़े सभी जवान प्रशिक्षण में अर्जित कौशल का लाभ लेते हुए उम्मीदों को साकार करें।

पुलिस महानिदेशक शर्मा शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई के साथ-साथ अपराध भी है और इससे कई परिवार पीड़ित हैं। इस टास्क फोर्स से जुड़े जवानों को त्रिस्तरीय कार्यवाही के तहत नशे के एंट्री पोईंट्स पर निगरानी रखते हुए वितरण तंत्र की पहचान करनी है तथा तकनीक का उपयोग करते हुए इसके विरूद्ध कार्यवाही करनी है।

इस मौके पर पुलिस महानिदेशक शर्मा ने नवनियुक्त जवानों को कहा कि वे फिल्ड में जानकार स्थानीय पुलिस के साथ बेहतर संपर्क व समन्वय के साथ कार्य करें तथा समाज की इस बड़ी समस्या के समाधान के प्रति पूरे जोश व मन के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।

सुझाव दें,सहयोग हम करेंगे

समापन कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे फील्ड में पूरी ऊर्जा के साथ कार्य करें और यूनिट के बेहतर प्रदर्शन के लिए अपनी तरफ से प्रशिक्षण, उपकरण और तकनीक की आवश्यकता पर अपने सुझाव दें, इनकी पूर्ति मुख्यालय द्वारा की जाएगी।

संवाद कर जाना, क्या नया सीखा

पुलिस महानिदेशक शर्मा ने कार्यक्रम में प्रशिक्षणार्थियों से संवाद किया और पूछा कि उन्होंने इस प्रशिक्षण में क्या कुछ नया सीखा है। प्रशिक्षणार्थियों ने ड्रग्स के विभिन्न प्रकारों, युवाओं में बढ़ती विभिन्न प्रकार की नशे की प्रवृत्ति, नशे के उत्पादक स्रोतों और विदेशों से आ रही ड्रग्स के बारे में पहली बार जानकारी प्राप्त होने की बात कही। डीजीपी ने कहा कि वे अपनी ही अलग-अलग यूनिटों के साथ-साथ देशभर में इस कार्य से जुड़ी संस्थाओं की विजीट कर उनके अनुभवों का उपयोग करें।

इस मौके पर अपने संबोधन में एडीजी एटीएस वी.के.सिंह ने कहा कि एएनटीएफ की यह फाउंडर टीम सौभाग्यशाली है कि उसे अपने कौशल को दिखाने का मौका मिला है। उन्होंने पांच दिवसीय प्रशिक्षण के तहत जवानों को दी गई तकनीकी जानकारियों और विविध प्रकार के प्रशिक्षणों के बारे में बताया और कहा कि जिला स्तर पर इस टीम की बड़ी भूमिका होगी।

आरंभ में स्वागत उद्बोधन देते हुए एएनटीएफ के आईजी विकास कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और बताया कि इसका मुख्यालय प्रारंभ करते हुए आरंभिक चरण में 9 चौकियों को प्रारंभ किया गया है। उन्होंने गत दिनों में इस टीम द्वारा की गई उल्लेखनीय कार्यवाहियों के बारे में भी जानकारी दी।

कार्यक्रम के अंत में डीआईजी योगेश यादव ने आभार प्रदर्शन कर आश्वस्त किया कि नवनियुक्त जवान विभाग की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। इस मौके पर डीजीपी के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर डीआईजी कुंवर राष्ट्रदीप सहित एएनटीएफ के अधिकारी और प्रशिक्षणार्थी मौजूद रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here