जयपुर। राजधानी जयपुर के बाजार इस बार दीपावली पर वोकल फॉर लोकल और स्वदेशी लाइटिंग से दमकेंगे। जयपुर व्यापार महासंघ की पहल पर शहर के प्रमुख बाजारों में दीपावली सजावट ‘जीएसटी बचत उत्सव’ और ‘स्वदेशी उत्पाद’ का संदेश देंगे। इस बार जयपुर का 25 किलोमीटर लंबा बाजार क्षेत्र रोशनी से सराबोर होगा। जिसमें परकोटे के पारंपरिक बाजारों से लेकर आधुनिक कॉलोनियों तक के सभी बाजार शामिल हैं। इसमें खास बात यह होगी कि चांदपोल बाजार में इस बार ऑपरेशन सिंदूर की झलक देखने को मिलेगी,जबकि त्रिपोलिया बाजार तिरंगा थीम पर सकेगा।
परकोटे की थीम आधारित सजावट
दीपावली पर जयपुर का परकोटा हमेशा से देशी-विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। इस बार यहां की थीम कुछ खास हैं चांदपोल बाजार पूरी तरह ‘स्वदेशी बाजार’ के रूप में सजाया जा रहा है। जयपुर व्यापार महासंघ और चांदपोल बाजार के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि यहां किसी भी बाहरी या चाइनीज उत्पाद की बिक्री नहीं होगी। वहीं पिछले 25 वर्षों से चांदपोल बाजार में दीपावली पर भव्य स्वागत द्वार बनाए जा रहे हैं। अब तक हवा महल, सिटी पैलेस, डिजनी वर्ल्ड और गजनेर पैलेस जैसे थीमों पर द्वार बनाए जा चुके हैं। जबकि इस बार थीम होगी ‘ऑपरेशन सिंदूर’, जिसमें बंगाल से आए कारीगर समुद्र में चलता हुआ क्रूज, दुश्मनों पर दागी जाने वाली ब्रह्मोस मिसाइल, भारतीय महिला पायलट्स, तिरंगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झांकी हैं।
हर बाजार में अलग रंग और रोशनी
इस बार जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, किशनपोल बाजार, छोटी चौपड़ और चांदपोल बाजार सभी अपनी-अपनी थीम और साज-सज्जा के साथ लोगों का ध्यान आकर्षित करते नजर आएंगे। कहीं ‘ऑपरेशन सिंदूर’ तो कहीं ‘तिरंगा थीम’ और कहीं ‘स्वदेशी थीम’ पर सजावट की गई है।। कुछ बाजारों में सात दिन तक और कुछ में पांच दिन तक रोशनी देखने को मिलेगी। इस सजावट में स्थानीय कारीगरों की मेहनत और स्वदेशी उत्पादों की सुंदरता झलकेगी। सुभाष गोयल ने बताया कि इस बार कालवाड़ रोड, झोटवाड़ा, वैशाली नगर, मानसरोवर, दिल्ली रोड, आगरा रोड पर कानोता तक और जगतपुरा में हर इलाके बाजार दीपावली के मौके पर रोशनी में नहाएगा।
सरकार की ओर से विशेष सहयोग
जयपुर की विश्व प्रसिद्ध रोशनी सिर्फ व्यापारियों के लिए नहीं बल्कि प्रशासन और सरकार के लिए भी खास रहती है। यही वजह है कि नगर निगम प्रशासन और बिजली विभाग ने भी व्यापारियों को राहत दी है। निगम प्रशासन ने एडवरटाइजमेंट राइट्स पर छूट दी है, जबकि बिजली विभाग ने अस्थायी कनेक्शनों पर अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया है। व्यापार महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार और व्यापारियों के इस सामूहिक प्रयास से न सिर्फ दीपावली की रौनक बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय व्यापार को भी बल मिलेगा। साथ ही सरकार के लिए भी रेवेन्यू जनरेट होगा।
‘वोकल फॉर लोकल’ से बढ़ेगा पर्यटन और व्यापार
दीपावली पर जयपुर की रोशनी देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र रहती है. व्यापारी संगठन मानते हैं कि इस बार स्वदेशी थीम और जीएसटी बचत उत्सव के कारण बाजारों में फुटफॉल बढ़ेगा। जिससे स्थानीय व्यापार और राज्य के राजस्व दोनों को लाभ मिलेगा. इस बार कोई भी चाइनीज लाइट नहीं जलेगी। हर चमक ‘देशी’ होगी और हर रंग ‘अपना’ होगा।
न्यू गेट से एंट्री, सांगानेरी गेट से एग्जिट
दीपोत्सव के दौरान चारदीवारी का ट्रैफिक न्यू गेट से एंट्री करते हुए सांगानेरी गेट से बाहर निकलेगा। ट्रैफिक डीसीपी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि इस बार चारदीवारी, सांगानेर और मानसरोवर बड़ा बाजार में वन-वे का प्रस्ताव रखा गया है। वहीं चारदीवारी में पार्किंग भी पूर्ण रूप से निषेध रहेगी। यहां आने वाले लोग अपने वाहन रामनिवास बाग और चौगान स्टेडियम में पार्क कर सकेंगे। इसके अलावा पुलिस अस्थायी पार्किंग भी तय कर रही है। जरूरत पड़ने पर अन्य बाजारों को वन-वे करने की तैयारी है।
स्वदेशी दीपोत्सव की पहचान बना एमआई रोड
इधर जयपुर व्यापार महासंघ और एमआई रोड व्यापार मंडल के महामंत्री सुरेश सैनी ने बताया कि दीपोत्सव की शुरुआत 16 अक्टूबर से एमआई रोड से हो चुका है। यहां करीब ढाई किलोमीटर लंबा बाजार स्वदेशी लाइटों और पारंपरिक बल्बों से जगमगाया। वहीं बाजार में 1100 लाइटिंग बैलून और 11000 दीप लाइटिंग लगाई गई। यहां रोशनी पिंक थीम पर है।