जयपुर। सौभाग्य और समृद्धि का प्रतीक प्रकाश पर्व दीपावली सोमवार को उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। सुबह से ही पूरे शहर में दीपोत्सव का उल्लास देखने को मिला। घरों के द्वार पर बंदनवार और तोरण सजाए गए। रात होते-होते ऐसा लगा मानो तारे जमीन पर उतर आए हों। राजधानी के घर-आंगन, चौक-चौराहे, बाजार और प्रतिष्ठान दीपों और रंग-बिरंगी लाइटों से आलोकित हो उठे।
भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या आगमन की स्मृति में दीप जलाए गए। बिजली की झालरों से शहर के बाजार जगमगा उठे। माता महालक्ष्मी, भगवान गणेश और मां सरस्वती का विधिवत पूजन कर जयपुरवासियों ने सुख-समृद्धि और उज्जवल भविष्य की कामना की।
पंचदिवसीय दीपोत्सव का उल्लास पूरे शहर में छाया रहा। चारदीवारी का चांदपोल बाजार, छोटी चौपड़, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया, चौड़ा रास्ता, हवामहल बाजार, किशनपोल बाजार, गणगौरी बाजार, एमआई रोड थीम बेस्ड रोशनी से जगमगा रहे थे। रोशनी देखने के लिए लोग उमड़ पड़े। लोगोंं ने घर पर मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और सरस्वती की पूजा-अर्चना की। घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भी शुभ मुहूर्त में पूजन कर दीप जलाए गए। शाम को घर-घर में मिट्टी के दीपक, मोमबत्तियां और इलेक्ट्रिक लाइटों से सजावट की गई। राजधानी की गलियां दीपों की अलौकिक रोशनी में नहाई नजर आईं।
आस्था के दीपों से जयुपर जगमगा उठा। घरों में रंगोलियां सजीं, द्वारों पर वंदनवार टंगे और हर आंगन में दीप जले। लोगों ने एक-दूसरे को मिठाइयां और उपहार देकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं। श्रद्धालुओं ने लक्ष्मी स्त्रोत, कुबेर स्त्रोत और हनुमान चालीसा का पाठ कर सुख-समृद्धि की कामना की। इससे पूर्व दिवाली के दिन सुबह से दोपहर तक प्रमुख बाजारों में खील-बताशा, मिठाइयों की खूब खरीदारी हुई।
शाम को विधि-विधान से शुभ मुहूर्त मेंं मां लक्ष्मी और श्री गणेश का पूजन कर सुख-समृद्धि की कामना की गई। शाम ढलते ही पूरा गुलाबी नगर दीपों की पंक्तियों से आलोकित हो उठा। नाहरगढ़ किले से पूरा जयपुर रोशनी से दमकता नजर आया।
आतिशबाजी से सतरंगी हुआ आसमान
गुलाबी नगरी की गलियों में देर रात तक आतिशबाजी का सिलसिला चलता रहा। हवा में रंग-बिरंगी रोशनी के साथ दीपों की खुशबू घुली रही। छोटी दीपावली और मुख्य दिवाली की रात को लोगों ने आतिशबाजी कर दीपोत्सव की रौनक बढ़ाई। सोमवार की रात दीपावली पर्व पर तो आतिशबाजी से जयपुर का आसमान सतरंगी हो गया। बच्चों और युवाओं ने जमकर पटाखे फोड़े। शहर के कुछ हिस्सों में धुएं की परत भी देखी गई।
मंगलवार को रामा-श्यामा में बीता दिन
वहीं, मंगलवार को लोगों ने एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। सुबह से लेकर देर रात तक बधाइयों का दौर चलता रहा। लोग एक-दूसरे के घर पहुंचे, गले मिले और दीपोत्सव की खुशियां साझा कीं। इंटरनेट मीडिया पर भी दीपावली संदेशों की झड़ी लगी रही।




















