जयपुर। कार्तिक पूर्णिमा बुधवार को आराध्य देव श्री गोविंद देवजी मंदिर में रास पूर्णिमा के रूप में मनाई गई। संध्या झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सानिध्य में विशेष रास पूर्णिमा उत्सव झांकी सजाई गई। शाम 7:15 से 7.30 बजे तक सजाई गई इस झांकी में ठाकुर श्रीजी के सामने रास का खाट सजाया गया। इसमें चौसर और शतरंज की झांकी के दर्शन कराए गए। साथ ही, दूध, पान और इत्र की विशेष सेवा अर्पित की गई। उत्सव के दौरान ठाकुर श्रीजी को खीर और मावा लड्डू का विशेष भोग अर्पण किया गया।
मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि मंगला झांकी के बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया गया। ठाकुर श्रीजी को सुनहरे पार्चे की लप्पा जामा पोशाक धारण कराकर फूलों की माला और अलंकार से श्रृंगार किया गया।
सातों झांकियां करने वालों की रही भीड़:गोविंद देवजी मंदिर में मंगला से शयन झांकी करने वाले लोगों की भीड़ रही। कई लोगों ने परिवार सहित गोविंद देवजी मंदिर में डेरा डाल दिया। मंगला, धूप, श्रृंगार, राजभोग झांकी के दर्शन करने के बाद दर्शनार्थी घर गए। फिर शाम को संध्या, ग्वाल और शयन झांकी के दर्शन किए। गांवों के लोग दोपहर को भी घर नहीं गए। उन्होंने गोविंद देवजी मंदिर के पीछे जय निवास उद्यान में विश्राम किया।




















