जयपुर। चांदपोल बाजार स्थित श्रीरामचंद्र जी मंदिर में मनाए जा रहे सात दिवसीय श्रीराम-जानकी विवाह मंगल महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को श्री राम जानकी विवाह उत्सव में धनुष यज्ञ का उत्सव मनाया गया । जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए।
महंत नरेन्द्र तिवाड़ी ने बताया कि श्री राम जानकी विवाह उत्सव में मनोरथ के लिए पांच फीट काठ का धनुष बनाया गया। जिसे जगमोहन के बीच में रखा गया।
मंदिर परिसर में जनकपुर दरबार सजाया गया, जहाँ एक तरफ़ राम लक्ष्मण विराजें और दूसरी तरफ़ सीता जी जयमाला लिए विराजी । उत्सव के शुभारंभ पर सबसे पहले माता सीता ने धनुष की पूजा की ओर गौरी माता का आवाहन किया।फिर अपने गुरु विश्वामित्र की आज्ञा से श्री रामजी उठा कर आए और एक ही क्षण में धनुष उठाकर उसकी प्रत्यंचा खींच कर उसको तोड़ दिया और ये सब कुछ एक क्षण के मध्य में ही हुआ।
धनुष टूटते ही घोर आवाज के साथ ढोल, नगाड़े, शंख, शहनाई आदि बजाए गए । श्री सीताजी ने ठाकुरजी को जय माला पहनाई । इसके बाद जनकपुर की तरफ़ से अयोध्या में विवाह की लगन पत्रिका भेजी गई । मंदिर भक्त समाज पदों के माध्यम से ये मनोरथ साकार किया। 8 नवंबर शनिवार को श्री राम जी का सगाई तिलक और मेहंदी मटकोर उत्सव किया जाएगा।




















