जयपुर। चांदपोल बाजार स्थित श्रीरामचंद्र जी मंदिर में मनाए जा रहे सात दिवसीय श्रीराम-जानकी विवाह मंगल महोत्सव के छठें दिन सोमवार को श्री राम जानकी विवाह उत्सव में जनकपुर में मिजमानी उत्सव मनाया गया। जनकपुर वालों ने दूल्हा राम जी के बहुत लाड़ लड़ाया, उन्हें तरह तरह के व्यंजन जिमाए गए ।
56 भोग लगाकर मानमनुवार की गई। इसके बाद डोम प्रसंग हुआ जिसमे जब सिया राम जी भोजन कर लेते है तो उनकी जूठन प्रसादी डोम को दी जाती है । तब सभी देवता रूप बदल कर धरती पर आकर उस डोम से प्रसादी माँगते हैं, जब वो नहीं देता तो वो उसको धन, सोना, चाँदी देने का वरदान देने का लालच दिया ।
कहते है तू चाहे जो माँग ले मगर सियाराम जी की जूठन का एक दाना हमे देदे। इसके बाद जनकपुर की सखियों ने नेगचार किए। नेगचार में कंकण खुलाई, जुआजूई आदि खेले गए। गाली -बाजी, हँसी- ठिठोली के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ । इसके बाद विदाई का भाव पूर्ण कार्यक्रम हुआ। जिसमे सिया जी की विदाई के साथ आँखे नम हो गई ।
भक्त समाज द्वारा गए पदों में मुख्य – आया राघो जी प्यारा पावना , म्हाने रामकुंवर मन भाया रे सखी ,मैं छू मिथिला पुर की नान ,जीमो जीमो बना सा थाने भोग लगावा , सिया बाई कीथ चाल्या ,आदि पदों से सभी मनोरथ साकार किए गए । महंत ने बताया की मंगलवार को श्री राम विवाह के कार्यक्रम में अयोध्या में आनंद और पैसारा उत्सव मनाया जाएगा ।




















