राजस्थान पुलिस की एडवाइजरी: केवाईसी अपडेट के नाम पर की जा रही है साइबर ठगी

0
63
Police headquarters issued advisory regarding cyber fraud
Police headquarters issued advisory regarding cyber fraud

जयपुर। बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम विजय कुमार सिंह ने आमजन के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सलाह जारी की है। इस एडवाइजरी में केवाईसी अपडेट के नाम पर की जाने वाली धोखाधड़ी के तरीके और उससे बचने के उपाय बताए गए हैं ताकि लोग संभावित वित्तीय नुकसान से बच सकें।

एडीजी सिंह ने बताया कि साइबर अपराधी आम नागरिकों को अनजान मोबाइल नंबरों से कॉल, मैसेज या फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर धमकाते हैं। आपका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल पाया गया है, या आपके सिम कार्ड की केवाईसी (नो योर कस्टमर) समाप्त हो गई है, या फिर केवाईसी नियमों का पालन नहीं किया गया है, इसलिए आपकी सिम सेवाएँ (कॉलिंग, मैसेजिंग, ओटीपी) तुरंत बंद कर दी जाएँगी।

यह सुनकर लोग घबरा जाते हैं और सेवाओं के बंद होने की परेशानी से बचने के लिए धोखे में आकर अपनी केवाईसी अपडेट करने हेतु अपनी जरूरी निजी जानकारी (नाम, पता, पैनकार्ड, आधार, बैंक खाता विवरण) साइबर ठगों को उपलब्ध करा देते हैं, जिसका उपयोग करके अपराधी उनके खाते से धनराशि निकाल लेते हैं।

साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए मुख्य सुझाव

आमजन को पता होना चाहिए कि टीआरएआई (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) कभी भी किसी का सिम कार्ड या मोबाइल बंद नहीं करता है। सिम बंद करने का कार्य केवल टेलीकॉम कंपनियां ही करती हैं।

यदि आपको केवाईसी के संबंध में कोई संदेश प्राप्त होता है, तो तुरंत अपने टेलीकॉम कंपनी के आधिकारिक स्टोर पर जाकर ही जानकारी प्राप्त करें। अपना ओटीपी, आधार, पैन या बैंक विवरण किसी भी अनजान व्यक्ति या कॉल करने वाले के साथ साझा न करें।

कॉल पर किसी अनजान व्यक्ति के कहने पर कोई भी एप्लीकेशन डाउनलोड न करें और न ही उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर जाकर कोई ऐप इंस्टॉल करें। यदि साइबर अपराधी आपको तुरंत कार्रवाई करने के लिए उकसाते हैं या डर पैदा करने की कोशिश करते हैं तो ऐसे संदिग्ध कॉल, संदेशों या स्क्रीनशॉट का जवाब न दें।

एडीजी सिंह ने बताया कि यदि आप किसी साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं, तो तत्काल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल, राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाईन 1930, साइबर हेल्पडेस्क नंबर या निकटतम पुलिस स्टेशन / साइबर पुलिस स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here