जयपुर। सिंधी समाज की महिलाओं ने विशेष रूप से भगवान शंकर की पूजा कर परिवार की मंगल कामना की प्रार्थना की। मंगसर महीने में प्रत्येक सोमवार को की जाने वाली विशेष पूजा को मूरी मीठड़ो कहा जाता है।
घरों में महिलाएं आटे का पार्थिव शिव लिंग बना कर उस पर आक के पत्ते रख भगवान शिव का पूजन करती हैं पार्थिव शिव लिंग पर दूध और जल से अभिषेक किया जाता है. सगड़ा (धागा) अर्पित किया जाता है. विशेष रूप से ज्वार की कुट्टी (चूरमा) और मूली का भोग लगाया जाता है.पल्लव प्रार्थना की जाती है।
समाज के तुलसी संगतानी ने बताया कि औघड़ दानी आशुतोष भगवान प्रार्थना से प्रसन्न हो जाते हैं। निर्धन परिवार भी ज्वार का चूरमा और मूली का भोग लगा कर भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं.कहते हैं कि शिव जी भगवान से मांगी हुई विशेष मन्नत की पूर्ति पर यह पूजा प्रत्येक वर्ष की जाती है।




















