जयपुर। राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास से शिष्टाचार भेंट की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्य में व्यापार, उद्योग, निवेश, एमएसएमई क्षेत्र के सुदृढ़ीकरण तथा उद्योग जगत के समक्ष उपस्थित वर्तमान चुनौतियों एवं अवसरों पर सार्थक संवाद स्थापित करना था।
बैठक के दौरान डॉ. जैन ने कहा कि मुख्य सचिव के नेतृत्व में राज्य में उद्योग एवं व्यापार जगत में एक नई सकारात्मक ऊर्जा और विश्वास का वातावरण बना है। जो प्रदेश के आर्थिक विकास को नई दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि राजस्थान चैंबर, जो पिछले 75 वर्षों से व्यापार, वाणिज्य, उद्योग और निर्यात को बढ़ावा देने वाली प्रदेश की शीर्ष संस्था है, सदैव सरकार के साथ मिलकर विकासोन्मुख नीतियों को सुदृढ़ बनाने हेतु प्रतिबद्ध है।
प्रतिनिधिमंडल ने एमएसएमई सेक्टर से जुड़े मुद्दों, उद्योगों को शीघ्र अनुमतियों, श्रम एवं कराधान संबंधी प्रक्रियाओं को सरल बनाने, निवेश आकर्षित करने, क्लस्टर विकास, निर्यात संवर्धन तथा उद्यमियों की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता बढ़ाने संबंधी विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। मुख्य सचिव ने चैंबर द्वारा उठाए गए सुझावों की सराहना करते हुए हर संभव सहयोग का विश्वास दिलाया। दिसंबर में आयोजित होने वाले प्रवासी दिवस सम्मेलन तथा अन्य उद्योग-प्रोत्साहन कार्यक्रमों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। चैंबर ने आश्वस्त किया कि राजस्थान को निवेश, नवाचार और उद्यमिता का अग्रणी राज्य बनाने हेतु सभी सहयोगात्मक प्रयास निरंतर जारी रहेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में राजस्थान चैंबर के अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डी एस भण्डारी, डॉ अरुण अग्रवाल, सुधीर पालीवाल, आत्माराम गुप्ता, मानद महासचिव आनंद महरवाल बृज बिहारी शर्मा, चैम्बर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर योगेश नारायण माथुर, सचिव दिनेश कानूनगो, अतिरिक्त सचिव कन्हैया लाल जांगिड़ उपस्थित रहे।




















