जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में निशुल्क संस्कार महोत्सव मनाया गया। इस मौके पर निशुल्क पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन भी किया गया। मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने ठाकुर श्री राधा गोविंद देवजी, मां गायत्री और गुरु सत्ता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर यज्ञ का शुभारंभ किया। कई लोगों का जन्म दिन संस्कार भारतीय संस्कृति के अनुसार मनाया गया। आचार्य पीठ से दिनेश आचार्य ने कहा कि हर व्यक्ति अपने कुल का दीपक होता है। इसलिए जन्मदिन पर मोमबत्ती बुझाने के बजाय यज्ञ की अग्नि प्रज्वलित कर प्रकाश फैलाना चाहिए। दीप जलाकर भी जन्मदिन संस्कार मनाया जा सकता है।
इस अवसर पर न केक काटा गया और न मोमबत्ती बुझाई गई, गुब्बारे भी नहीं फोड़े। इनकी जगह पांच तरह की दाल का पंच तत्वों का प्रतीक मानकर पूजन किया गया। पांचों तत्वों के प्रतिनिधि देवताओं के चित्र के समक्ष श्रद्धालुओं ने अक्षत और पुष्प अर्पित किए। संस्कार करवाने वालों पर अन्य लोगों ने पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया। गर्भवती महिलाओं ने गर्भ में पल रहे शिशु के लिए पुसंवन संस्कार कराया।
गोविंद देवजी मंदिर में वैदिक संस्कारों की परम्परा को जीवंत होते हुए देखकर लोग अभिभूत हो गए। मंदिर में दर्शन करने आए विदेशी श्रद्धालुओं ने इन दृश्यों को मोबाइल में कैद किया। इस मौके पर देश-प्रदेश में हुए हादसों में मारे गए लोगों की आत्म शांति, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ आहुतियां प्रदान की गई।




















