जयपुर। एमिटी यूनिवर्सिटी जयपुर में एचआर काॅनक्लेव 2025 का सफल आयोजन किया गया। ‘‘एडैप्टिंग, एडवांसिंग, एचीविंगः द पाॅवर आफ कंटीन्यूअस लर्निंग इन टेक ड्रिवन बिजनेस एरा“ विषय पर आधारित एचआर काॅनक्लेव में देश के प्रमुख एचआर विशेषज्ञों और 400 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर (डाॅ.) अमित जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉनक्लेव का उद्देश्य शैक्षणिक शिक्षा और एचआर उद्योग की बदलती जरूरतों विशेषकर डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और फ्यूचर ऑफ वर्क के बीच की खाई को पाटना था। कार्यक्रम में दो महत्वपूर्ण पैनल चर्चाओं का आयोजन किया गया, जिनमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने अपने अनुभव और विचार साझा किए।
पहली पैनल चर्चा ‘‘फ्राॅम स्टूडेंटस टू स्ट्रेटजी: द जर्नी आॅफ मेकिंग फ्यूचर मैनेजर्स“ विषय पर आयोजित की गई। सत्र में कैंपस-टू-कॉर्पाेरेट ट्रांजिशन, जरूरी एम्प्लॉयबिलिटी स्किल्स और भविष्य के मैनेजर्स बनाने की रणनीतियों पर चर्चा हुई। मुख्य वक्ता के रूप में ग्लोबल टेलेंट एट्रेक्शन एंड प्रोग्राम मैनेजर, फिनस्ट्रा से मोहिन मोहम्मद, इंडिया कैंपस लीड, एचसीएल से आंचल टंडन, एसोसिएट डायरेक्टर एचआर, ग्रांट थार्नटन एलएलपी से राहुल एस, हाइफुन से डिप्टी जनरल मैनेजर एचआर से सुमित रस्तोगी ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।
दूसरी पैनल चर्चा का आयोजन ‘‘सिक्रेट आफ थ्राइविंग इन द फस्र्ट चैप्टर आफ योअर करियर‘‘ विषय पर किया गया। इस सत्र में करियर के शुरुआती चरणों में विकास, लीडरशिप स्किल्स और संगठनात्मक संस्कृति को समझने की रणनीतियों पर गहन चर्चा हुई। मुख्य वक्ता के रूप में नाॅर्थ एवरीडे से रीजनल एचआर अभय सिंह, डीएलएफ से एवीपी लीगल नितिन बजाज, विप्रो से डायरेक्टर एचआर ओवैस रहमान, फ्रेक्टल एनालिटिक्स से सीनियर डायरेक्टर ग्रोथ एंड स्ट्रेटेजिक इनिशिएटिव्स से ऋषि सेठ ने पार्टिसिपेट किया। कॉनक्लेव में एमिटी बिजनेस स्कूल, एमिटी इंस्टीटयूट आॅफ इंर्फोमेशन टेक्नोलाॅजी और एमिटी स्कूल आफ हाॅस्पिटेलिटी के छात्रों, फैकल्टी और यूनिवर्सिटी नेतृत्व ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने छात्रों से टेक्नोलॉजी किस प्रकार टैलेंट मैनेजमेंट और मॉडर्न रिक्रूटमेंट को बदल रही है, कौशल आधारित हायरिंग मॉडल और इंडस्ट्री-सेंट्रिक स्किल्स की जानकारी, करियर ग्रोथ के लिए कंटीन्यूअस लर्निंग और लीडरशिप डवलपमेंट का महत्व, वास्तविक एचआर चुनौतियों और संगठनात्मक संस्कृति की व्यावहारिक समझ पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम को सीआरसी हैड डाॅ. राजू त्यागी के द्वारा काॅर्डिनेट किया गया।




















