जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी)ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान की बहुचर्चित उपनिरीक्षक (एसआई) भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक कांड में अपनी कार्रवाई तेज करते हुए उस अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है,जिसने लीक हुए सॉल्व्ड पेपर को पढ़कर परीक्षा में अत्यधिक अंक प्राप्त किए थे।
अभ्यर्थी ने किया था 8 लाख का सौदा
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एसओजी विशाल बंसल ने बताया कि उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 के प्रकरण के जांच दौरान महेन्द्र कुमार चौधरी (34) निवासी सामोद जयपुर ग्रामीण की संलिप्तता सामने आई। जांच में पता चला कि चौधरी ने पेपर लीक के सरगना विनोद कुमार जाट उर्फ विनोद रेबाड़ से 8 लाख में सौदा किया। इस सौदे के तहत उसने 14 सितम्बर 2021 को परीक्षा से पूर्व दोनों पारियों के हल किए गए पेपर पढ़े थे।
अविश्वसनीय अंकों से खुली पोल
लीक पेपर पढ़ने के आधार पर ही आरोपी महेन्द्र कुमार चौधरी ने लिखित परीक्षा में चौंकाने वाले अंक प्राप्त किए। उसने हिन्दी विषय में 200 में से 137.21 अंक और सामान्य ज्ञान विषय में 200 में से 158.59 अंक हासिल किए। हालांकि, संयुक्त मेरिट में 474 वां स्थान आने के बावजूद ओबीसी कैटेगरी में उसका अंतिम चयन नहीं हो पाया था।
अन्य परीक्षाओं के लीक में भी थी सक्रियता
एसओजी ने आरोपी महेन्द्र कुमार चौधरी को को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया और 8 दिसंबर तक पुलिस अभिरक्षा डिमांड प्राप्त किया है। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी सामने आया है कि महेन्द्र कुमार चौधरी केवल एसआई भर्ती तक सीमित नहीं था। बल्कि वह मुख्य सरगना विनोद कुमार जाट के साथ मिलकर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक प्रकरणों में भी सक्रिय रूप से शामिल रहा है।
इस गिरफ्तारी के साथ ही उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा-2021 पेपर लीक प्रकरण में गिरफ्तार होने वाले आरोपियों की कुल संख्या 133 पहुँच गई है। एसओजी अब इस पूरे नेटवर्क के वित्तीय लेनदेन, बिचौलियों और इसमें शामिल अन्य अभ्यर्थियों की परत-दर-परत जांच कर रही है, ताकि राजस्थान में सरकारी भर्ती परीक्षाओं को प्रभावित करने वाली इस संगठित आपराधिक गतिविधि का पूर्ण रूप से पर्दाफाश किया जा सके।




















