जयपुर। गोविंद देवजी मंदिर के पूर्व महंत श्रील गोस्वामीपाद प्रद्युम्न कुमार जीऊ की पुण्य स्मृति में गोविंद देवजी मंदिर के सत्संग भवन में चल रही साढ़े सत्रह अरब हस्त लिखित राम नाम मंत्र की परिक्रमा के दौरान गुरुवार को पूर्णिमा होने के कारण श्रद्धालु उमड़ पड़े। श्रद्धालुओं ने सुबह पांच से शाम सात बजे तक 11, 21, 51, 108 परिक्रमाएं की। परिक्रमा की गिनती के लिए श्रद्धालुओं ने माला और गैजेट का उपयोग किया। दोपहर 12 से पांच बजे तक भी परिक्रमा चलती रही। परिक्रमा के दौरान अलग-अलग नजारे नजर आए।
कई लोग परिवार सहित परिक्रमा करते नजर आए। झोटवाड़ा से आई शांतिदेवी अपनी पोती सौम्या का हाथ थामे परिक्रमा कर रही थी। बीस परिक्रमा करने के बाद थोड़ा विश्राम कर फिर परिक्रमा की। कई साधक स्तर के लोग गोमुखी लेकर राम नाम का जाप करते हुए परिक्रमा की। ज्यादातर लोगों ने 108 परिक्रमाएं की। सत्संग भवन में परिक्रमा के दौरान नाम संकीर्तन की स्वर लहरियां गूंजायमान रही।
भगवान की बैंक में खुलवाया अकाउंट
गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि गुरुवार को करीब 15 हजार श्रद्धालुओं ने साढ़े सात लाख परिक्रमाएं की। करीब पंद्रह सौ लोगों ने राम नाम बैंक में अपना खाता खुलवाया। करीब दो हजार राम नाम मंत्र पुस्तिकाएं निशुल्क वितरित की गई। श्रद्धालुओं ने रामनामआलय भवन और मंत्र पुस्तिकाओं के प्रकाशन के लिए आर्थिक सहयोग भी दिया।
साढ़े सत्रह अरब मंत्रों के बंडल
रामनाम धन संग्रह बैंक के संस्थापक बाल कृष्ण पुरोहित ने बताया कि परिक्रमा के लिए सत्संग भवन में राम नाम लिखी पुस्तिकाओं के 700 बंडल रखवाए गए हैं। एक बंडल में एक हजार पुस्तिकाएं है। एक पुस्तिका में 25 हजार राम नाम लिखे हुए हैं। राम नाम धन संग्रह बैंक अजमेर में 135 अरब राम नाम संग्रहित है। अभी साढ़े सत्रह अरब राम नाम की परिक्रमा हो रही है।




















