जयपुर। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रविवार 21 दिसंबर को सुबह नौ बजे से महंत अंजन कुमार गोस्वामी महाराज के सान्निध्य में सामूहिक सूर्य अर्घ्यदान कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। श्रद्धालु सामूहिक रूप से सूर्य भगवान को अर्घ्य देंगे। लोगों को वैदिक विधि से अर्घ्य देने का तरीका भी बताया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सूर्य को आत्मा का कारक बताया गया है। ज्योतिष में सूर्य का सर्वाधिक महत्व है। सूर्य बलवान होता है तो जातक आत्मविश्वास से भरा रहता है। जातक को सूर्य की कृपा प्राप्त होती रहे इसके लिए विशेष उपाय भी इस कार्यक्रम के दौरान बताए जाएंगे। समिधा में आक की लकड़ी का उपयोग भी किया जाएगा।
इस मौके पर निशुल्क पंच कुंडीय सूर्य गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। सूर्य भगवान की कृपा प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु विशिष्ट सामग्री से सूर्य गायत्री महामंत्र से विशेष आहुतियां प्रदान करेंगे। गायत्री और महामृत्युंजय महामंत्र से भी आहुतियां अर्पित की जाएंगी। यज्ञ का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली संपन्न कराएगी। यज्ञ के साथ जन्मदिन संस्कार भी कराया जाएगा। जिनका जन्म दिसंबर माह में हुआ है वे सभी लोग यज्ञ के साथ पंच तत्वों का पूजन कर अपना संस्कार मना सकेंगे। यज्ञ और संस्कार की सामग्री निशुल्क उपलब्ध रहेगी।
कराएंगे ध्यान का अभ्यास
रविवार को विश्व ध्यान दिवस है इसलिए श्रद्धालुओं को ध्यान की सुलभ पद्धतियों से परिचित करवाते हुए अभ्यास भी कराया जाएगा। ध्यान का सतत अभ्यास करने से मन केंद्रित होता है जिससे व्यक्ति सभी कार्य बिना जल्दबाजी के करता हुआ सफलता को प्राप्त करता है।
ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि सूर्य 21 दिसंबर की शीतकालीन संक्रांति के बाद उत्तरायण की ओर बढ़ना शुरू करते हैं। इस दिन सूर्य दक्षिण से उत्तर दिशा की ओर गमन करते हैं। इसी बीच 14 जनवरी का दिन मकर संक्रांति के रूप में मनाया जाता है।




















