जयपुर। विकास समिति निर्माण नगर सी ब्लॉक (नॉर्थ) में शुक्रवार को कलश यात्रा के साथ तीन दिवसीय नानी बाई को मायरो कथा प्रारंभ हुई। कलश यात्रा में 251 महिलाएं सिर पर मंगल कलश लेकर चल रही थीं। समिति के अध्यक्ष रमेश सोलंकी, कोषाध्यक्ष विनोद अग्रवाल, मुख्य संयोजक राजेंद्र गुप्ता पोथी लेकर चल रहे थे।
व्यासपीठ से पं. उमेश व्यास ने पहले दिन उत्तर भारत के भक्त नरसी मेहता, कर्मा बाई, मीराबाई, नामदेव महाराज, धन्ना भगत, भक्तमाल के रचयिता नाभादास महाराज, संत कबीर दास, संत रविदास के जीवन चरित्र के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि माता-पिता ही हर घर में साक्षात भगवान है। उनकी सेवा ही भगवान की सच्ची सेवा है। उन्होंने कहा कि नरसी मेहता जन्म से गूंगे और बहरे थे, परंतु गर्भावस्था में ही नरसी जी को भक्ति प्राप्त हो गई थी। जन्म के बाद भी भगवान की भक्ति की। जिसके फल स्वरूप उन्हें भगवान के दर्शन हुए और बोलने-सुनने की शक्ति प्राप्त हुई। कथा 21 दिसंबर तक दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक होगी।




















