जयपुर। घर, परिवार और करियर की जिम्मेदारियों के बीच महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को सबसे पीछे रख देती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रोजमर्रा की कुछ आम लेकिन लगातार की जाने वाली लापरवाहियां आगे चलकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
भोजन और पोषण की अनदेखी
वजन घटाने या समय की कमी के चलते कई महिलाएं भोजन छोड़ देती हैं। इससे शरीर में पोषक तत्वों की कमी, हार्मोनल असंतुलन और कमजोरी बढ़ने का खतरा रहता है।
नींद की कमी बन रही समस्या
पर्याप्त नींद न लेने से तनाव, मोटापा, हार्मोनल गड़बड़ी और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार महिलाओं के लिए प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है।
व्यायाम को लेकर भ्रम
घर के काम को ही व्यायाम मान लेना एक बड़ी गलतफहमी है। नियमित शारीरिक गतिविधि के अभाव में हड्डियां कमजोर होती हैं और मांसपेशियों की ताकत घटती है।
हार्मोन और पीरियड्स की अनदेखी
अनियमित मासिक धर्म, अत्यधिक दर्द या लगातार थकान को सामान्य मान कर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। ये हार्मोनल असंतुलन या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के संकेत हो सकते हैं।
पानी कम पीने की आदत
दिनभर पर्याप्त पानी न पीने से डिहाइड्रेशन, सिरदर्द, कब्ज और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ती है, लेकिन महिलाएं अक्सर इस ओर ध्यान नहीं देतीं।
खुद को आखिरी प्राथमिकता
सबकी जरूरतों का ध्यान रखते-रखते महिलाएं स्वयं की सेहत को पीछे छोड़ देती हैं, जिसका असर शारीरिक ही नहीं, मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है।
विशेषज्ञ टीना सैनी की राय
सर्टिफाइड फिटनेस कोच एवं स्पोर्ट्स न्यूट्रिशनिस्ट टीना सैनी के अनुसार संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और मानसिक संतुलन अपनाकर महिलाएं कई गंभीर बीमारियों से बच सकती हैं। उनका कहना है कि सेहत से समझौता करना भविष्य से समझौता करने जैसा है। छोटी-छोटी आदतों में सुधार कर महिलाएं स्वस्थ, सक्रिय और सशक्त जीवन जी सकती हैं।




















