जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार, शांतिकुंज हरिद्वार की ओर से मुरलीपुरा की शंकर विहार कॉलोनी स्थित नव दुर्गा वाटिका (पार्क) में रविवार, 7 दिसंबर को मां दुर्गा की नौ प्रतिमाओं और नव दुर्गा से जुड़े नौ औषधीय पौधों के मध्य पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा।
यज्ञ के पौधों पर पडऩे वाले प्रभावों का वैज्ञानिक परीक्षण भी किया जाएगा। गायत्री शक्तिपीठ कालवाड़, गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा, शंकर विहार कॉलोनी विकास समिति, रामेश्वरधाम कॉलोनी विकास समिति, विकासनगर विकास समिति, देवधारा कॉलोनी विकास समिति सहित अनेक संस्थाओं की ओर से महायज्ञ की तैयारियां जोरों पर है। गुरुवार को लक्ष्मी नारायण मंदिर और राधा कृष्ण शिव मंदिर में श्रद्धालुओं को आयोजन के पत्रक देकर यज्ञ में शामिल होने का आंमत्रण दिया गया।
पंच कुंडीय गायत्री महायज्ञ से पूर्व शनिवार को पतजंलि किसान सेवा समिति और उत्थान सेवा समिति की ओर से सुबह सात बजे योग-यज्ञ जन जागरण और नशा मुक्ति रैली निकाली जाएगाी। शाम पांच बजे नव दुर्गा की सैंकड़ों दीपकों से महाआरती की जाएगी। रविवार सुबह नौ बजे शहीदों के परिजन दीप प्रज्जवलित कर गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ करेंगे। गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी की टोली प्रज्ञा गीतों के साथ यज्ञ संपन्न कराएंगी। यज्ञ के दौरान औषधीय पौधों का पूजन किया जाएगा। यज्ञ निशुल्क है। किसी को कोई सामग्री लाने की आवश्यक्ता नहीं है।
ज्योति कलश यात्रा के सहयोगियों का होगा सम्मान
गायत्री परिवार की संस्थापक भगवती देवी शर्मा की अगले वर्ष मनाए जाने वाली जन्म शताब्दी वर्ष और अखंड दीपक शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मुरलीपुरा में गत वर्ष निकाली गई ज्योति कलश यात्रा में सहयोग करने वाले लोगों का सम्मान भी किया जाएगा।
ये पौधे लगाए हुए हैं
पर्यावरणविद् एवं पर्यावरण समिति के प्रांत संयोजक अशोक कुमार शर्मा के मार्गदर्शन में मुरलीपुरा के इस पार्क में नवदुर्गा की तर्ज पर नव औषधीय पौधे हरड़, ब्राह्मी, चादूसुर, पेठा, अलसी मोइया, नागदोन, तुलसी, शतावरी के नौ औषधीय पौधे लगाए गए। लोग इन औषधीय पौधों के चारों ओर घूमकर इसका लाभ उठाते है।




















