जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर की पावन धरा पर पहली बार दुर्गापुरा के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभजी में राजस्थान जैन युवा महासभा, जैन कनेक्ट, दुर्गापुरा जैन मंदिर ट्रस्ट एवं महिला मंडल दुर्गापुरा के संयुक्त तत्वावधान में दिगम्बर जैन मुनि जयकीर्ति के मुखारबिंद से चल रही दस दिवसीय जैन रामायण कथा के छठे दिन शुक्रवार को मुनि जयकीर्ति महाराज ने हनुमान का जन्मोत्सव, पवनंजय-अन्जना मिलन, हनुमान का लंका में प्रवेश, सीता से मुलाकात, राम, लक्ष्मण द्वारा अपनी सेना तैयार करना, युद्ध की तैयारी, राक्षसवंशी – वानरवंशी युद्ध, लक्ष्मण का मूर्छित होने के प्रसंग का चिरपरिचित शैली में चित्रण किया।
राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन एवं प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि प्राचीन जैन ग्रन्थ ‘पद्मपुराण’ पर आधारित जैन रामायण कथा के संगीतमय आयोजन भगवान चन्द्र प्रभू के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ प्रारंभ हुआ।
कथा के मुख्य श्रोता राजा श्रेणिक के रुप में अशोक – संतोष पाटोदी, मोहित – मोनिका, रोहित – आयुषी, रितेश, सुनील, मौलिक, रेयांश, रिया पाटोदी परिवार त्रिवेणी नगर का गाजों बाजों के साथ सभागार में जयकारों के बीच आगमन हुआ। इसी के साथ संतोष पाटोदी परिवार ने अतिथियों का स्वागत किया और ब्रह्मचारिणी पल्लवी दीदी ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया। मंच संचालन राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने किया।
जैन कनेक्ट के अध्यक्ष अंकुर पाटनी एवं महामंत्री अतीव जैन ने बताया कि सायंकाल 7 बजे राजा श्रेणिक परिवार एवं उपस्थित सैकडो श्रद्धालुओं ने जिनेन्द्र देव की आरती के बाद मुनि श्री की भव्य आरती की गई। गुरु भक्ति के आयोजन के बाद प्रसिद्ध गायक सुभाष बज द्वारा पदमप्रभू चालीसा का पाठ, आध्यात्मिक एवं संदेशात्मक भजनों की प्रस्तुति दी। महिला मण्डल की अध्यक्ष रेणू लुहाड़िया एवं मंत्री रानी सोगानी के मुताबिक रात्रि 8 बजे जैन धार्मिक हाऊजी का भव्य ज्ञानवर्धक आयोजन किया गया ।