जयपुर। संयुक्त अभिभावक संघ के आह्वान पर बुधवार की शाम को मानसरोवर स्थित नीरजा मोदी स्कूल के बाहर अभिभावक बड़ी संख्या में एकजुट हुए। जिसमें अमायरा के परिवारजनों सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। कैंडल मार्च कार्यक्रम में मानसरोवर अधिवक्ता क्लब, अग्रवाल समाज सेवा समिति, टोंक रोड़, राजस्थान स्वास्थ्य सुधार संघर्ष समिति, अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा एकता संघ, आदिवासी महिला विकास संघ, उड़ान चेरिटेबल ट्रस्ट आदि भी सम्मिलित हुए।
9 वर्षीय मासूम छात्रा अमायरा की संदिग्ध आत्महत्या के प्रकरण में न्याय की माँग को लेकर आयोजित इस शांतिपूर्ण मौन कैंडल मार्च में उपस्थित अभिभावकों ने विभिन्न प्रश्नों के साथ नम आंखों से अमायरा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान संघ प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, महामंत्री संजय गोयल, जयपुर जिला अध्यक्ष युवराज हसीजा ने मार्च से पूर्व उपस्थित अभिभावकों को जागरूकता के लिए संबोधित किया और अभिभावकों को निजी स्कूलों के खिलाफ एकजुटता बनाने का आह्वान किया।

मार्च के पश्चात संयुक्त अभिभावक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने थाना इंचार्ज लखपत सिंह खटाना को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के नाम ज्ञापन सौंपा, जिसमें नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई, स्कूल की मान्यता रद्द करने एवं प्रकरण की निष्पक्ष जाँच हेतु विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने की मांग की गई।
प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा कि “अमायरा की आत्मा को न्याय दिलाना हमारा नैतिक कर्तव्य है। यह केवल एक परिवार की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”
प्रदेश महामंत्री संजय गोयल ने कहा — “नीरजा मोदी स्कूल प्रशासन की चुप्पी और साक्ष्य मिटाने का प्रयास गंभीर अपराध है। सरकार को चाहिए कि ऐसे स्कूलों की मान्यता रद्द कर एक सख्त उदाहरण पेश करे।”
प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा — “यह केवल एक बच्ची की नहीं, पूरे प्रदेश के बच्चों की सुरक्षा का सवाल है। यदि इस बार भी कार्रवाई नहीं हुई, तो यह अभिभावकों का शिक्षा व्यवस्था पर से भरोसा तोड़ देगी। हम हर हाल में न्याय लेकर रहेंगे । पूरे आयोजन के दौरान पूर्ण शांति और संयम बनाए रखा गया।




















