जयपुर। आईआईएस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), जयपुर के सेंटर फॉर विमेंस स्टडीज द्वारा एसोसिएशन ऑफ कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटीज, यूनाइटेड किंगडम के सहयोग से “क्वालिटी रिसर्च पेपर राइटिंग फॉर वीमेन इन साइंस” विषय पर दो दिवसीय कैपेसिटी बिल्डिंग वर्कशॉप का शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला विज्ञान संकाय की पीएचडी स्कॉलर्स और पोस्टग्रेजुएट स्टूडेंट्स के लिए आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में रिसर्च पेपर राइटिंग के महत्वपूर्ण तत्वों, “रिव्यू ऑफ लिटरेचर”, “डिस्क्रिप्टिव डेटा एनालिसिस”, “प्लेज़रिज़्म” और उच्च गुणवत्ता वाले “जर्नल्स” की पहचान जैसे विषयों पर सत्र आयोजित किए गए।
कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. अर्चना शर्मा, सीनियर साइंटिस्ट, सर्न, जिनेवा ने भाग लिया। उन्होंने “बिग बैंग थ्योरी” और “स्टैंडर्ड मॉडल ऑफ पार्टिकल फिजिक्स” पर जानकारी साझा की तथा प्रतिभागियों को जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने और अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यशाला में प्रो. संजीव वर्मा, आईआईटी कानपुर, प्रो. नीलिमा गुप्ता, यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान और डॉ. प्रतिमा खंडेलवाल, फाउंडर, फ्लाईहाई एमएसएमई, बेंगलुरु जैसे विशेषज्ञों ने रिसोर्स पर्सन के रूप में अपने व्याख्यान दिए।
इस कार्यशाला की कन्वीनर डॉ. आरती शर्मा, डायरेक्टर, सेंटर फॉर विमेंस स्टडीज थीं, और कोऑर्डिनेटर के रूप में डॉ. ऋचा भारद्वाज, मेंबर सेक्रेटरी, सेंटर फॉर विमेंस स्टडीज ने भूमिका निभाई।
कार्यशाला में बड़ी संख्या में महिला शोधार्थियों और विज्ञान क्षेत्र की छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन का उद्देश्य महिला शोधकर्ताओं को क्वालिटी रिसर्च पेपर लेखन में प्रशिक्षित करना और उन्हें उच्च स्तरीय अकादमिक योगदान के लिए प्रेरित करना था।