जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की (इंटेलिजेंस) टीम कोटा की ओर से सार्वजनिक निर्माण विभाग बारां के अधिशासी अभियंता अजय सिंह को 28 अप्रैल की पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जहां एसीबी की टीम ने आरोपित अधिशाषी अभियंता अजय सिंह शेष रहे चार लॉकर की तलाशी की तो उसमें 59 लाख रुपये की नगदी मिली।
एसीबी पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि परिवादी से 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए अधिशासी अभियंता अजय सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। ट्रेप कार्यवाही के दौरान ही आरोपी के कब्जे से 50 हजार रूपये की संदिग्ध राशि का लिफाफा भी बरामद हुआ था। इसके बाद आरोपी अजय सिंह को न्यायालय के आदेश द्वारा न्यायिक अभिरक्षा में भिजवाया गया था। ट्रेप कर्ता अधिकारी ताराचंद द्वारा आरोपी की खाना तलाशी की जांच के लिए न्यायालय में लॉकर खुलवाने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया।
न्यायालय के आदेशानुसार आरोपी को बारां जेल से कोटा लाकर आरोपी की उपस्थिति में लॉकर्स की तलाशी ली गई तो आरोपी के दो लॉकर में प्रत्येक में 15-15 लाख, पुत्री के लॉकर में 15 लाख तथा स्वयं एवं पुत्री के नाम संयुक्त लॉकर की तलाशी में 14 लाख, कुल 59 लाख रुपये बरामद किये गये।
अब तक आरोपी के मकान से 2 लाख नकद, आरोपी एवं उसके परिजनों के नाम एफ.डी. में निवेशित-76 लाख रुपये , बचत खाते में जमा 2 लाख रुपये , सोने की ज्वेलरी 7.5 लाख रुपये की, चांदी के 361 सिक्के, बीमा पॉलिसी में निवेशित 5 लाख रुपये , दो कार, एक स्कूटी तथा 8 लॉकर्स में से कुल एक करोड़ 09 लाख रुपये बरामद किये जा चुके हैं। आरोपी की अन्य सम्पत्तियों एवं निवेश के बारे में जांच जारी है।