जयपुर। राजस्थान में संगठित अपराधों और विभिन्न गैंग्स के खिलाफ जारी पुलिस के विशेष अभियान ‘ऑपरेशन वज्र’ के तहत चूरू पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण गैंग के एक सक्रिय सदस्य महिपाल सिंह राजपूत को भारी हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो पिस्टल, दो मैगजीन और कुल 28 जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। महिपाल सिंह पर गैंग के नाम पर जमीनें कब्जाने और अवैध धंधे चलाने का आरोप है।
पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि बीकानेर रेंज महानिरीक्षक के आदेशानुसार अवैध हथियार रखने वाले और उनकी सप्लाई करने वाले सक्रिय गैंग सदस्यों पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसी क्रम में सीओ राजगढ़ निश्चय प्रसाद प्रो. आईपीएस, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजानगढ़ दिनेश कुमार और सीओ रतनगढ़ अनिल कुमार के सुपरविजन एवं थानाधिकारी दिलीप सिंह के नेतृत्व में रतनगढ़ पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई।
गश्त के दौरान रतनगढ़ पुलिस की टीम ने रोही लधासर से बदमाश महिपाल सिंह पुत्र बद्री सिंह राजपूत उम्र 38 साल निवासी लधासर थाना रतनगढ़ को हिरासत में लिया। उसकी तलाशी लेने पर पुलिस को उसके पास से 2 पिस्टल 32 बोर, दो मैगजीन और 20 जिंदा कारतूस के साथ-साथ एक अतिरिक्त मैगजीन और 8 जिंदा कारतूस मिले। महिपाल सिंह के खिलाफ आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।
गैंग का सक्रिय गुर्गा और उसका काला धंधा
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि गिरफ्तार महिपाल सिंह, रोहित गोदारा और वीरेंद्र चारण गैंग का एक महत्वपूर्ण और सक्रिय सदस्य है। उसका मुख्य काम जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करना है। वह गैंग के नाम और डर का इस्तेमाल करके अवैध जमीनों की खरीद-फरोख्त का काला धंधा चलाता था। पुलिस अब महिपाल सिंह से यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसे ये हथियार कहां से मिले और रोहित गोदारा व वीरेंद्र चारण गैंग के अन्य सक्रिय सदस्य कौन-कौन हैं।
इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में थाना रतनगढ़ से एसएचओ दिलीप सिंह, एसआई रतनलाल, हेड कांस्टेबल हंसराज, कांस्टेबल धर्मपाल, संजय, रोहिताश, एजीटीएफ चूरू से हेड कांस्टेबल राकेश, सज्जन, कांस्टेबल विक्रम, कृष्ण कुमार, कपिल, धन्नाराम, महेंद्र, और साइबर सेल से रमाकांत शामिल थे।