जयपुर। प्रताप नगर के सेक्टर -8 स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर की पुण्य धरा पर तीन दिगम्बर जैन संघो के साथ संतों का जयकारों के बीच भव्य मिलन हुआ। इस मौके पर श्रद्धालुओं का सैलबा उमड पड़ा।
राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर सेक्टर 8, प्रताप नगर जयपुर की पावन धरा पर गुरुवार को प्रातः 2 संघों के 6 दिगम्बर जैन संतो का मंगल प्रवेश हुआ। इस मौके पर तीन संघों के सात संतों का महा मिलन हुआ। वात्सल्य रत्नाकर आचार्य विमल सागर महाराज के अंतिम दीक्षित शिष्य उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज एवं आचार्य शशांक सागर महाराज संघ एवं श्रुत संवेगी श्रमण मुनि आदित्य सागर महाराज ससंघ का महा मिलन हुआ।
प्रातः 7 बजे हजारों श्रद्धालुओं द्वारा श्रुत संवेगी श्रमण मुनि आदित्य सागर मुनिराज ससंघ की मंगल अगवानी टोंक रोड पर कुम्भा मार्ग द्वार पर की गई । मुनिश्री ससंघ शोभायात्रा के रुप में मुख्य बाजार से होते हुए प्रताप नगर के सेक्टर 8 स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पहुचे जहां पूज्य आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ, उपाध्याय ऊर्जयन्त सागर मुनिराज ने मुनि आदित्य सागर महाराज ससंघ की भव्य अगवानी की। तत्पश्चात तीनों संघों के सात संतों का महामिलन हुआ ।
दिगम्बर जैन धर्म के तीन संघों के सात संतों का भव्य मिलन देखने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड पडे। मंदिर दर्शन के बाद मॉ विशुद्धमति संत भवन में धर्म सभा का आयोजन किया गया । श्योपुर दिगम्बर जैन समाज के पूर्व अध्यक्ष प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक बाकलीवाल ने अपने जन्मदिन पर मुनि संघ को श्रीफल भेट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंच संचालन जिनेन्द्र जैन जीतू एवं बाबू लाल ईटूण्डा ने किया। इस मौके पर मधुवन कालोनी स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर की कमेटी एवं समाज ने वार्षिक उत्सव में 27-28 जून को सानिध्य प्रदान करने के लिए मुनि आदित्य सागर श्रीफल भेंट कोषाध्यक्ष पिंटू जैन पारली ,सुखानन्द काला, अमन जैन, मनीष टोरडी सहित बडी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे। प्रातः10 बजे सभी संतों की आहारचर्या हुई। दोपहर में संतों द्वारा सामायिक की गई। दोपहर 3 बजे से शास्त्र चर्चा एवं शंका समाधान के आयोजन हुए। मुख्य संयोजक जिनेन्द्र जैन जीतू के मुताबिक सायंकाल महा आरती, गुरु भक्ति एवं आनन्द यात्रा के आयोजन किए गए ।