जयपुर। शहर से 30 किमी दूर अरावली पर्वतमालाओं के बीच मध्ययुगीन अत्यंन्त प्राचीन मंदिर श्री रघुनाथजी- श्री विशनपुरा बालाजी धाम-विशनपुरा जमवारामगढ़ में विगत 25 वर्षों से अनवरत रूप से जारी अखण्ड रामायण पाठ के अनुसरण में विधिवत पूजा-अर्चना के साथ 304 वें अखण्ड रामायण पाठ का समापन हुआ।
प्रयागराज से लाए गए गंगाजल,सुगंधित द्रव्य,पंचामृत, सर्वोषधि से जलाभिषेक कर श्री बालाजी महाराज को घी-सिंदूर का चोला अर्पित किया गया। साथ ही मध्ययुगीन श्रीरघुनाथजी मंदिर में विराजित प्रभु श्रीराम, जानकी जी,लक्ष्मण जी तथा विलक्षण 108 लिंगी श्री रामेश्वरम महादेव की भी विधिवत पूजा-अर्चना की गई।
मंदिर श्री रघुनाथजी-श्री बालाजी धाम विशनपुरा के ट्रस्टी एवं प्रवक्ता पीयूषपाणि चतुर्वेदी ने बताया कि ऐतिहासिक रामगढ़ बांध के पुन: जलमग्न होने की कामना से प्रतिमाह अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन किया जा रहा है।