जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी इस समय संगठन के चुनावों में जुटी हुई है। वहीं इसी कड़ी में मंगलवार को अमित गोयल को सर्वसम्मति से जयपुर शहर का जिला अध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही बीजेपी में 44 जिलाध्यक्ष पदों में से 40 का चुनाव पूरा हो चुका है। जबकि 4 जिलों में अभी भी चुनाव बाकी है। इन शेष जिलों में जोधपुर उत्तर, झुंझुनूं, दौसा और धौलपुर शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार जयपुर शहर के जिला अध्यक्ष पद के लिए करीब 14 दावेदारों ने नामांकन फॉर्म भरे थे। जिसके चलते मंगलवार को सिविल लाइन्स स्थित सामुदायिक केंद्र में निर्वाचन अधिकारी ने सभी दावेदारों की सुनवाई की और अमित गोयल को सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष चुना गया। इस पद के लिए पुनीत कर्णावट, विमल अग्रवाल और राजेश तांबी जैसे प्रमुख दावेदारों के नाम भी चर्चा में थे। लेकिन उनके नाम पर कुछ विधायकों ने आपत्ति जताई थी।
वैश्य समाज से जिला अध्यक्ष बनाकर अपने कोर वोटर को साधने की कोशिश
भाजपा ने जयपुर शहर में वैश्य समाज से जिला अध्यक्ष बनाकर अपने कोर वोटर को साधने की कोशिश की है। जयपुर शहर में ब्राह्मण और वैश्य समाज पार्टी के प्रमुख वोटर माने जाते हैं। ब्राह्मण समाज से सांसद बनाने के बाद पार्टी ने शहर के अध्यक्ष पद के लिए वैश्य समाज को चुनकर संतुलन बनाए रखने की रणनीति अपनाई है।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बनाई सर्वसम्मति
जिला अध्यक्ष चुनाव के लिए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई। उन्होंने सभी प्रत्याशियों से बातचीत कर पार्टी के हित में सर्वसम्मति बनाने की कोशिश की। इस दौरान जिला अध्यक्ष के दावेदारों के साथ-साथ बड़ी संख्या में नेता और पदाधिकारी भी सामुदायिक केंद्र पर मौजूद थे।
भारतीय जनता पार्टी के काम को आगे बढ़ाएः अमित गोयल
जिला अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद अमित गोयल ने कहा कि सबसे पहले तो वह संगठन और सीएम भजनलाल शर्मा का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते है, जिन्होंने उन पर विश्वास व्यक्त किया। उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है कि सब लोग एक होकर तेज गति से आगे बढ़े। भारतीय जनता पार्टी के काम को आगे बढ़ाए।
आने वाले नगर निगम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी बड़े बहुमत से वापस लौटे। यह सबसे बड़ी प्राथमिकता रहेगी। अमित गोयल वर्तमान में पार्टी के प्रदेश वक्ता है साथ ही मोर्चा की कार्यकारिणी में जिला उपाध्यक्ष रहे चुके है। गोयल का ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है।
गौरतलब है कि जयपुर शहर के पूर्व अध्यक्ष राघव शर्मा का कार्यकाल 2023 में पूरा हो गया था। लेकिन आम राय नहीं बन पाने के कारण वह पद पर बने रहे। अब अमित गोयल के निर्वाचन के साथ इस पद पर नई पारी की शुरुआत हुई है। इससे पहले जिला अध्यक्ष के लिए पुनीत कर्णावट सबसे प्रबल दावेदार थे।
उनके नाम पर विधायक कालीचरण सराफ सहित कुछ विधायकों को आपत्ति थी। इसके साथ ही हवामहल से पार्षद विमल अग्रवाल भी दावेदारों की दौड़ में शामिल थे। उनके नाम पर हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने आपत्ति की थी। इसके साथ ही राजेश तांबी के नाम पर भी सभी विधायक सहमत नहीं थे।