जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की बजट घोषणा 2025-26 की घोषणाएं अब धरातल पर उतरने लगी हैं। खासकर पशुपालन विभाग से जुड़ी बजट घोषणाओं की बात करें तो महज चार माह में ही 50 फीसदी से ज्यादा पूरी हो गई हैं। इसके लिए विभाग के कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत के प्रयास सराहनीय रहे हैं। उन्होंने बताया कि बजट वर्ष-2024-25 में पशुपालन विभाग के चिकित्सालयों के क्रमोन्नत या नए उप केंद्र खोलने की बात हो वे घोषणाएं शत-प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं।
इसी तरह बजट 2025-26 की घोषणाओं की बात करें तो अब तक 50 फीसदी से ज्यादा घोषणाएं पूरी की जा चुकी हैं। बजट घोषणा-2025-26 के संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार पशुपालन विभाग ने अब तक 25 बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, 50 पशु चिकित्सालयों के क्रमोन्नत की वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति जारी कर दी है।
इसके तहत नागौर के डेगाना, डीडवाना कुचामन के मकराना, खैरथल तिजारा के मुंडावर, जालोर के सांचौर, भीलवाड़ा के शाहपुरा व गंगापुर, जयपुर के दूदू, झुंझुनू जिले के बगड़, धौलपुर जिले के गांव बाड़ी के प्रथम श्रेणी चिकित्सालय को बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया गया है। इन क्रमोन्नत बहुउदेशीय चिकित्सालयों के लिए उपनिदेशक, पशु चिकित्सा अधिकारी, कनिष्ठ सहायक, एक्स-रे टेक्नीशियन व पशुधन परिचर सहित कुल 116 पद सृजित किए गए हैं।
पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने बताया कि बजट वर्ष-2024-25 में 25 प्रथम श्रेणी से बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय, 50 पशु चिकित्सालय से प्रथम श्रेणी चिकित्सालय तथा 100 उप केंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत किया गया था। साथ ही प्रदेश में 500 नए उप केंद्र खोलने की स्वीकृति जारी की गई थी।
प्रदेश के 50 पशु चिकित्सा उप केंद्र क्रमोन्नत
जोराराम कुमावत ने बताया कि पशुपालन विभाग के शासन उप सचिव संतोष करोल ने 50 पशु चिकित्सा उपकेंद्रों को पशु चिकित्सालयों में क्रमोन्नत के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने क्रमोन्नत चिकित्सालयों के लिए पशु चिकित्सा अधिकारी व पशुधन परिचर के कुल 92 नए पदों की प्रशासनिक व वितीय स्वीकृत दे दी है।
इसके तहत पाली जिले के खुण्डावास, सिंदरली, इटंदरा मेडतियान, चेण्डा, सुमेरपुर बस स्टेंड के पास, सिंदरू, बालराई, जीवंदकलां, सीकर जिले के पचार, बावड़ी, जालौर के मोरसीम, आकोली, पहाड़पुरा, बाड़मेर के बाछडाऊ, हडवा, मारूडी व रोहिड़ी (शिव), भीलवाड़ा जिले के फलामादा, छापरेल (जहाजपुर) उप केंद्र को क्रमोन्नत किया गया है। इसी तरह टोंक जिले के काबरा, जोधपुर के जानादेसर, शिकारपुरा, चाबा, झुंझुंनुं के टोडपुरा, नागौर के आकेली-ए, चुटिसरा, जैसलमेर के मोडरडी, भैंसडा, सिरोही के फूंगनी, सवाई माधोपुर के श्यामपुरा, डीग (भरतपुर) के बरई, धमारी, श्रीगंगानगर के गोविंदसर, बीकानेर के खारीचाराण व आडसर, रामसर, गुंसाईसर बड़ा, जयपुर के हाथोज, जोतड़ावाला, दहमीकलां, फालियावास, चूरू के खासोली, रेडी, प्रतापगढ के चिकलाड तथा उदयपुर जिले के गांव ढावा व पई, बूटाटी (डेगाना)-नागौर, टिटपुरी (कठुमर)-अलवर, हडियाला (तारानगर)-चूरू, धीरपुरा-जोधपुर के पशु चिकत्सा उप केंद्र को क्रमोन्नत किया जा चुका है। इन क्रमोन्नत पशु चिकित्सालयों के लिए फर्नीचर व उपकरण के लिए 30-30 हजार रुपए की स्वीकृति की अनुमति भी दी गई है।
पशुपालकों की आजीविका बेहतर बनने के लिए प्रतिबद्ध सरकार
पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में सरकार पशुपालन क्षेत्र को और भी मजबूत करने तथा पशुपालकों की आजीविका बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सरकार का लक्ष्य केवल विभागीय ढांचे का विकास करना नहीं है बल्कि इससे जुड़े लोगों को भी सीधे लाभ पहुंचाना है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पशु चिकित्सा को मजबूती देने के उद्देश्य से, संस्थाओं को क्रमोन्नत किए जाने के साथ-साथ नवीन संस्थाएं भी खोली जा रही हैं।
कुमावत ने बताया कि बजट घोषणा क्रियान्विति के तहत इन संस्थाओं का क्रमोन्नयन करते हुए नवीन संस्थाओं को खोले जाने की मंजूरी दी गई है। कुमावत ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में हर वर्ग को आर्थिक रूप से सुदृढ करने की दिशा में कार्य कर रही है। साथ ही भजनलाल सरकार के पांच साल में पांच लाख युवाओं को नौकरी देने के वादे को पूरा करने की दिशा में प्रयासरत है।