जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की भीलवाड़ा-प्रथम टीम ने रविवार को कार्रवाई करते हुए पुलिस थाना गुलाबपुरा जिला भीलवाड़ा सहायक पुलिस उपनिरीक्षक नेतराम जाट को एक लाख रुपये की रिश्वत राशि वापस लौटाते हुए गिरफ्तार किया है। वहीं सहयोगी पुलिस कांस्टेबल रफीक खान फरार हो गया, जिसकी एसीबी की टीम तलाश कर रही है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी की भीलवाडा-प्रथम टीम को परिवादी ने शिकायत दी कि दिनांक दस अगस्त को उसका लड़का एवं उसका दोस्त विजयनगर से गाड़ी से 3 लाख 60 हजार रुपये लेकर आ रहे थे। आरोपित सहायक पुलिस उपनिरीक्षक नेतराम जाट उन्हें रोककर मुकदमें में बंद करने की धमकी दी तथा उनके पास जो रुपये थे।
वह अवैध रूप से अपने पास रख लिये तथा सात लाख रूपये और रिश्वत राशि की मांग की। उन्हें छोड़ने की एवज में 1 लाख 40 हजार रुपये और वसूल कर लिये। जब परिवादी ने उनसे रिश्वत के रूप में लिये 5 लाख रुपये लौटाने की बात की । तब उन्होंने कहा कि उसके बेटे ने हमारी फोन की रिकार्डिंग कर ली है। उसे डिलीट करने पर ही हम आपको 3 लाख रुपये वापस कर देंगे।
एसीबी की भीलवाड़ा-प्रथम टीम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह चारण के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप की कार्रवाई करते हुए सहायक पुलिस उपनिरीक्षक नेतराम जाट को 1 लाख रुपये की रिश्वत राशि लौटाते गिरफ्तार किया है। वहीं सहयोगी कांस्टेबल रफीक खान फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।