जयपुर। विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जवाहर सर्किल पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में एनसीसी, कॉलेजों और विभिन्न एनजीओ से जुड़े 400 से अधिक युवाओं ने भाग लिया और एड्स तथा एचआईवी के प्रति जागरूकता, सम्मान और संवेदनशीलता का संदेश दिया।
यह आयोजन ‘रेज़ – आशा की एक किरण’ एनजीओ, जो पिछले 15 वर्षों से जयपुर, राजस्थान में एचआईवी पॉज़िटिव बच्चों के लिए कार्य कर रही है, तथा ‘पॉज़िटिव युवा नेटवर्क’, जो हाशिए पर रहने वाले युवा वर्ग के लिए एक सामुदायिक संगठन के रूप में कार्यरत है, के सामूहिक प्रयास से आयोजित किया गया। कार्यक्रम एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा प्रायोजित था।
कार्यक्रम की शुरुआत जोश से भरपूर ज़ुम्बा सत्र से हुई, जिसके बाद लाइव म्यूज़िक, इंटरैक्टिव क्विज़ और नाटक (नुक्कड़ नाटक) के माध्यम से एचआईवी से जुड़े मिथकों, मानसिक स्वास्थ्य और भेदभाव जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रभावी रूप से प्रस्तुत किया गया। युवाओं ने बैनर और स्लोगन के साथ जवाहर सर्किल की परिक्रमा करते हुए समाज को सहानुभूति और जानकारी आधारित सोच अपनाने की अपील की।

इस अवसर पर रेज़ – आशा की एक किरण के सह-संस्थापक एवं सचिव, श्री गुरिंदर वीरक ने कहा कि यह अभियान इस विश्वास के साथ शुरू हुआ था कि कोई भी एचआईवी पॉज़िटिव युवा अकेला महसूस न करें, और आज इतने युवा वर्ग की भागीदारी यह साबित करती है कि बदलाव की बागडोर अब युवा हाथों में है।
यह आयोजन इस संदेश के साथ समाप्त हुआ कि जागरूकता डर को मिटाती है और संवेदनशीलता भेदभाव को खत्म करती है। इसी भावना के साथ राजस्थान को एक समावेशी और जागरूक समाज की ओर आगे बढ़ने का आह्वान किया गया।




















