जयपुर। बलराम दास महाराज की 115 वीं जयंती के उपलक्ष्य में बस्सी स्थित श्री बाबा जी की कुई बलराम आश्रम में चल रही श्री हनुमत कथा में दूसरे दिन गुरुवार को महामंडलेश्वर स्वामी गुरुशरणानंद महाराज सहित अनेक संतों का उन्होंने कहा कि गुरू की कृपा से शिष्य सब कुछ प्राप्त कर जाता है। गुरु कृपा ही मुक्ति का मार्ग है और यही सहज साधन है। गुरु की देह में भगवान ही अवतरित होते हैं। व्यासपीठ से कथावाचक आशीष व्यास ने हनुमान जी की अनेक लीलाओं का वर्णन किया।
शिवयोग और सिद्व योग में मनाई गई अन्नपूर्णा जयंती
जयपुर। मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर शिव योग, रवि योग और सिद्ध योग में मां अन्नपूर्णा जयंती मनाई गई। अन्नपूर्णा माता के मंदिरों में मातारानी का अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराकर सोलह श्रृंगार किया गया। चारदीवारी के प्राचीन मां अन्नपूर्णा मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां अन्नपूर्णा से वर्षभर अन्न-धन एवं समृद्धि की कामना की।




















