जयपुर। अम्बाबाड़ी में सुरंग बनाकर दो बैंक और एक ज्वेलरी शॉप लूटने की योजना बनाने के मामले में अरेस्ट बदमाश को विद्याधर नगर थाना पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर सौंप दिया। इस मामले में पुलिस ने फरार तीन बदमाशों की धरपकड़ के लिए चार टीमों का गठन किया है। जो कि यूपी,दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर दबिश है। फिलहाल बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर है।
बदमाशों की योजना तो बड़ी थी लेकिन सुरंग खोदने के साथ आने वाली बाधाओं के साथ ही उनका टारगेट बदला चला गया। बदमाशों का अंतिम टारगेट केवल एसबीआई बैंक ही रह गया था। पुलिस की जांच में सामने आया कि बदमाशों ने एसबीआई, सेंट्रल बैंक और ज्वैलरी दुकान को टारगेट कर सुरंग खोदना शुरू किया था, बाद में समय के साथ योजना बदलती चली गई।
थानाधिकारी दिलीप खादव ने बताया कि इस मामले में अरेस्ट 25 वर्षीय अमन खान चिश्ती उर्फ बाबा खान को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे रिमांड पर भेज दिया गया। आरोपियों की धरपकड़ के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। आरोपी से पूछताछ जारी है। आरोपी अमन मूलत: पीएम निधि की केवाईसी का काम करता है।
30 रुपए में खरीदा था एक कट्टा, ई रिक्शा ले रखा है किराए पर
बदमाशों ने मिट्टी ले जाने के लिए 30 रुपए में एक कट्टा खरीदा था। बदमाशों ने करीब 50 से अधिक कट्टे खरीदे थे। बदमाश कट्टे सहित खुदाई में काम आने वाले सामान को रात में लेकर आए थे। इसके लिए बदमाशों ने एक ई रिक्शा किराए पर ले रखा है। बदमाश ई रिक्शा चालक को रोजाना के हिसाब से पैमेंट करते थे। डकैती डालने का प्लान पिछले साल बनाया गया था। आरोपियों को आसपास दुकान नहीं मिली, वरना पहले ही डकैती कर फरार हो जाते।
जल्द होगा सुरंग का निरीक्षण
पुलिस ने बदमाशों द्वारा खोदी गई सुरंग का अंदर घुसकर निरीक्षण नहीं किया है। हादसा होने के डर से पुलिस ने फिलहाल इससे दूरी बना रखी है। थानाधिकारी दिलीप ने बताया कि बदमाशों के टारगेट पर एसबीआई बैंक ही था। सुरंग का निरीक्षण करने पर ही इनकी पूरी योजना का पता चलेगा कि बदमाश एसबीआई के अलावा सेंट्रल बैंक और ज्वैलरी दुकान भी उनके टारगेट में थी या नहीं। सुरंग बनाते हुए डकैत पहले सिटी बैंक और ज्वेलरी शोरूम की तरफ जा रहे थे। हालांकि खुदाई के दौरान दीवार आ जाने से उन्होंने केवल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में ही डकैती का प्लान बनाया। डकैती की साजिश रचने वाले ज्यादातर बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस की टीमें बदमाशों को पकड़ने के लिए बुलंदशहर (यूपी) तक दबिश दे चुकी हैं। बदमाशों ने जिस दुकान को किराये पर लिया था। उस दुकान से पुलिस को दो नक्शे मिले हैं। इन नक्शों के आधार पर ये बदमाश दो बैंक और एक ज्वेलरी शॉप में वारदात करने वाले थे।
6 माह में खर्च किए दो लाख रुपए से ज्यादा
बदमाश पिछले 6 माह में डकैती की योजना को अंजाम देने के लिए करीब 2 लाख रुपए से ज्यादा की राशि खर्च चुके है। इस गैंग का मास्टर माइंट सोनू उर्फ रिजवान है। इसके अलावा इस गैंग में सलमान और सलीम भी शामिल है। सभी बदमाश बरेली यूपी के रहने वाले है। बदमाशों ने 11 हजार रुपए प्रति माह के हिसाब से दुकान, 6000 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से कमरा रहने के लिए किराए पर जालूपुरा में ले रखा था। इसके अलावा खाने-पीने, मोबाइल, डकैती के लिए काम आने वाला सामान, खुदाई का सामान, बल्ली-फंदे, ई रिक्शा सहित अन्य उपकरणों पर बदमाशों ने रुपया खर्च किया है।
हैरानी की बात यह है कि दुकान कोने की होने के कारण दोनों तरफ दुकान और पीछे तीन मंजिला बिल्डिंग थी। इन बदमाशों को बिल्कुल भी डर नहीं था कि अगर तीन मंजिला इमारत गिर जाती तो ये लोग मर सकते थे। डकैती डालने के लिए बदमाशों ने जून 2023 में यह दुकान सोहनलाल धोबी से किराए पर ली थी। सोहन को बताया गया कि वे पशु आहार बेचेंगे। बदमाशों ने दुकान के बाहर पशु आहार भी रख दिए था। डकैती के लिए सुरंग खोदने वाले बदमाशों ने मालिक को पानी के बिल और आधार कार्ड दिखाकर दुकान किराए पर ली थी। इसके लिए फर्जी एग्रीमेंट भी तैयार करवाया था।