जयपुर। सीजीएसटी एवं सेंट्रल एक्साइज कमिश्नरेट अलवर में कमिश्नर सुमित कुमार यादव के निर्देशन पर विभाग ने टैक्स चोरी में लिप्त इकाइयों के खिलाफ विशेष अभियान जारी किया हुआ है। इसी श्रखंला में सीजीएसटी अलवर के अधिकारियों ने प्रभावी कार्यवाही करते मेसर्स नेक्सा एवरग्रीन धोलेरा ग्रुप सीकर के बारे में जारी अनुसन्धान ने पकड़ी गति इस समूह ने जन सामान्य को लोक लुभावने सपने दिखाकर बड़े रिटर्न्स के सपने दिखा कर भारी निवेश करवाना पाया गया। बहुत से लोगो को कमीशन का प्रलोभन देकर भी निवेश करवाया।
शुरूआती जांच में नेक्सा एवरग्रीन धोलेरा ग्रुप सीकर में लोगो द्वारा निवेश 2700 करोड़ रुपये राजस्थान,गुजरात ,दिल्ली में लगभग 30 जीएसटी फर्म के मध्यम से करना 5 प्रतिशत प्रशासनिक शुल्क के रूप में लगभग 140 करोड़ रुपये वसूल करना और निवेश में सहयोग करने वाले लोगो को लगभग 1000 करोड़ रुपये कमीशन भुगतान उजागर हुआ पाया गया। इस समूह द्वारा लगभग 205 करोड़ रुपये की जीएसटी कर चोरी उजागर हुई। इस ग्रुप ने किसी प्रकार का कर भुगतान नहीं किया।
जांच के दौरान इस ग्रुप से जुड़े लोगो की 46.17 करोड़ रूपये की 537 अचल संपत्ति ( भवन और कृषि भूमि ) जो गुजरात में धोलेरा,वलिंदा, शैल आदि स्थानों पर पाई गई और ग्रुप के बैंक खातों में करीब 2 करोड़.रूपये का बैलेंस पाया। इन सभी 537 अचल संपत्ति और बैक बेलेंस जिनकी कीमत 48.17 करोड़ रूपये है। सीजीएसटी एक्ट 2017 की धारा 83 के तहत प्रोविजनली अटेच किया है। इस प्रकरण में जांच पड़ताल जारी है।