मोती डूंगरी गणेश मंदिर में सजी छप्पन भोग की झांकी

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Chhappan bhog tableau decorated in Moti Dungri Ganesh temple
Chhappan bhog tableau decorated in Moti Dungri Ganesh temple

जयपुर। मोती डूंगरी गणेश मंदिर गणेश जन्मोत्सव के अंतर्गत रविवार शाम को प्रथम पूज्य गणेश जी महाराज के समक्ष छप्पन भोग झांकी सजाई गई। इस अवसर पर काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालु गणेश जी महाराज के दर्शन करने मोती डूंगरी गणेश मंदिर पहुंचे। रविवार देर शाम भगवान गणेश को प्रिय कथक नृत्य की प्रस्तुतिया भी दी गई।

छप्पन भोग झांकी इन व्यंजनों की सजी झांकी

गणेश जन्मोत्सव के पूर्व प्रथम पूज्य के समक्ष छप्पन भोग में गाय का शुद्ध दूध और देशी घी का इस्तेमाल किया गया। इनमें रसगुल्ला, हलवा, पेड़ा, जलेबी, लड्डू, शकरपारा, मठरी, गुलाब जामुन, मोहनथाल जैसे व्यंजनों का भगवान को भोग लगाया गया। साथ ही भगवान के समक्ष डॉ स्वाति अग्रवाल के निर्देशन में कथक नृत्य की प्रस्तुतियां भी दी गई। बाद में यही छप्पन भोग प्रसाद के रूप में भक्तों को बांटा जाएगा।

2500 किलो घी से तैयार मोदकों से सजेगी झांकी

4 सितंबर, बुधवार को मोदकों की भव्य झांकी सजाई जाएगी। इस झांकी के दर्शन श्रद्धालुओं के लिए सुबह 6 बजे से शुरू हो जाएंगे। इस दिन मंदिर परिसर में बाहर से आया प्रसाद नहीं चढ़ाया जाएगा। झांकी का मुख्य आकर्षण 251-251 किलोग्राम के दो विशाल मोदक होंगे। इसके अलावा 51-51 किलोग्राम के 5 मोदक, 21-21 किलोग्राम के 21 मोदक, सवा-सवा किलोग्राम के 1100 मोदक और हजारों की संख्या में अन्य छोटे मोदक रखे जाएंगे। इस पूरी प्रसादी को बनाने में करीब 2500 किलो शुद्ध घी, 3 हजार किलोग्राम बेसन, 9 हजार किलोग्राम शक्कर और करीब 100 किलोग्राम सूखे मेवों का उपयोग किया जाएगा।

6 सितंबर को सिंजारा और मेहंदी पूजन,सोजत से आऐंगी मेहंदी

गणेश चतुर्थी से ठीक 1 दिन पहले 6 सितम्बर को प्रथम पूज्य का सिंजारा मनाया जाएगा। मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सानिध्य में इस दिन गणेश जी को 3100 किलो मेहंदी धारण कराई जाएगी। ये मेहंदी पाली के सोजत से मंगवाई जाएगी। मेहंदी धारण के बाद इसे श्रद्धालुओं को वितरित की जाएगी। मेंहदी प्रसाद वितरण की व्यवस्था मंदिर परिसर में पांच स्थानों पर होगी। मेहंदी वितरण पूजा के बाद रात साढे़ 7 बजे से किया जाएगा। इस दौरान महिला और कन्याओं के लिए डोरा और मेहंदी की व्यवस्था अलग पंक्ति में होगी। इसी दिन भक्ति संध्या और रात्रि जागरण का आयोजन भी किया जाएगा।

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