जयपुर। बच्चों को रचनात्मकता का पाठ पढ़ाने और उनके व्यक्तित्व का विकास करने के उद्देश्य से जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित जूनियर समर कैंप समापन की ओर बढ़ रहा है। इस अवसर पर केन्द्र बच्चों को मंच प्रदान करने का कार्य कर रहा है। मंगलवार को दृश्य कला और साहित्य से जुड़ी विधाओं की कक्षाओं का समापन समारोह आयोजित किया गया।
इसमें बच्चों ने अपने आर्ट वर्क प्रदर्शित करने के साथ-साथ कैंप में संजोये गए अविस्मरणीय अनुभव भी साझा किए। सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। इस दौरान केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा, वरिष्ठ लेखाधिकारी बिंदु भोभरिया, कंसल्टेंट प्रोग्रामिंग मैनेजर डॉ. चंद्रदीप हाड़ा, थिएटर मैनेजर बबीता मदान, कंसल्टेंट प्रोग्रामिंग कोऑर्डिनेटर वर्षा शर्मा मौजूद रहे। अलका मीणा ने सभी प्रतिभागियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस कार्यक्रम में दृश्य कला और साहित्य से जुड़ी विधाओं यथा फोटोग्राफी, विजुअल स्टोरी टेलिंग, स्टोरी ट्री, फड़ चित्रण, पोर्ट्रेट मेकिंग, कैलीग्राफी कक्षाओं के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। खास बात यह रही कि अभिभावक भी इस दौरान मौजूद रहे। रंगायन के बाहर फोयर एरिया में बच्चों के चुनिंदा आर्ट वर्क की प्रदर्शनी भी लगायी गयी जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा।
इसमें राजस्थानी संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य, रोजमर्रा के सामान से जुड़े पोर्ट्रेट, जेकेके के वास्तुकला, राजस्थान के ग्रामीण अंचलों के दर्शाने वाले शिल्पग्राम आदि के फोटो, बच्चों की कल्पनाओं से उपजी कहानियां, कैलीग्राफी के नमूने पेश किए गए। सभी प्रतिभागियों ने जेकेके के जूनियर समर कैंप को बच्चों के बहुत उपयोगी बताया। अभिभावक भी अपने बच्चों के आर्टवर्क को देख अभिभूत हो उठे।
गौरतलब है कि 16 मई से जूनियर समर कैंप की शुरुआत की गयी। संजय कुमावत ने फोटोग्राफी, अभिषेक जोशी ने फड़ चित्रण, पल्लवी सिंह ने स्टोरी ट्री, तबीनाह अंजुम ने विसुअल स्टोरी टेलिंग, हरिशंकर बालोटिया ने कैलीग्राफी और दुर्गेश अटल ने पोर्ट्रेट मेकिंग का प्रशिक्षण दिया।