जयपुर। गोविंद देवजी मंदिर के पूर्व महंत श्रील गोस्वामी पाद प्रद्युम्न कुमार जीऊ की पुण्य स्मृति में मंदिर के सत्संग भवन में दो दिसंबर से साढ़े सत्रह अरब हस्तलिखित राम नाम मंत्र की परिक्रमा शुरू होगी। श्रद्धालु सुबह पांच से शाम सात बजे तक अपनी श्रद्धा अनुसार परिक्रमा कर सकेंगे। राधे राधे के जयकारों से गूंजने वाले गोविंद देवजी मंदिर में लगभग एक पखवाड़े तक राम नाम की गूंज भी सुनाई देगी। त्रेता और द्वापर युग का संगम दिखाई देगा। परिक्रमा के लिए मंदिर दोपहर को भी श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा।
सत्संग भवन में राम नाम लिखी पुस्तिकाओं के 700 बंडल व्यवस्थित रुप से रखवाए जा चुके हैं। एक बंडल में एक हजार पुस्तिकाएं है। एक पुस्तिका में 25 हजार राम नाम लिखे हुए हैं। राम नाम धन संग्रह बैंक अजमेर में 135 अरब राम नाम संग्रहित है।
एकादशी पर सोमवार को गोविंद देवजी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी महाराज, श्री शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज, काले हनुमान जी मंदिर के महंत गोपालदास महाराज ने राम दरबार और ठाकुर श्री गोविंद देवजी के चित्रपट का पूजन किया।
गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि श्रद्धालु 11वीं बार भक्तों को 2 से 13 दिसंबर तक राम महामंत्रों की परिक्रमा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।
छोटीकाशी में 11वां आयोजन
छोटीकाशी में सबसे पहले 2005 में यह आयोजन शुरू हुआ। दूसरा 2007 में, तीसरा 2012, चौथा 2017, पांचवां 2018, छठा 2019, 7वां 2021, आठवां 2022, 9वां 2023 दसवां 2024 में हुआ था। इसके अलावा अजमेर, उदयपुर, नाथद्वारा, भीलवाड़ा, झांसी, अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में भी परिक्रमा महोत्सव का आयोजन हो चुका है।
1987 में हुई आयोजन की शुरुआत
रामनवमी पर साल 1987 में मानव मंगल सेवा न्यास, राम नाम धन संग्रह बैंक, अजमेर के सहयोग से यह आयोजन शुरू किया गया। संस्थापक बाल कृष्ण पुरोहित के अनुसार राम नाम धन संग्रह बैंक में 135 अरब से ज्यादा हस्तलिखित राम नाम महामंत्र संग्रह विद्यमान है। राम नाम लिखने वाले भक्तों द्वारा जमा पुस्तकों का रिकॉर्ड भी रखा जाता है। राम नाम धन संग्रह बैंक के देशभर में 60 हजार से अधिक स्थाई सदस्य हैं। इस बार राम नाम लिखने के लिए 20 हजार से अधिक पुस्तकें वितरित की जाएगी। हर सदस्य को 84 लाख बार राम नाम लिखने का आग्रह किया जाता है।




















