जयपुर। गौ-पुनर्वास केंद्र हिंगोनियाऔर राजस्थान सरकार ने मिलकर विकास के क्षेत्र में आज एक नई पहल की है | पुनर्वास केंद्र हिंगोनिया की संचालक संस्था श्री कृष्ण बलराम सेवा ट्रस्ट के द्वारा आज ग्रामीण विकास एंव पंचायतीराज विभाग भारत एंव राजस्थान सरकार के द्वारा विशेष अनुबंध किया गया है। यह अनुबंध श्री गिरिराज सिंह, मंत्री ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के साथ एक औपचारिक मुलाक़ात के दौरान किया गया। अनुबंध के अनुसार संस्था को गौ-पुनर्वास केंद्र हिंगोनिया की कुल 45 हैक्टेयर भूमि पर प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.0 जलग्रहण योजना के अन्तर्गत स्पाइनलेस केक्टस के प्लांटेशन लगाया जायेगा। साथ ही 5 हैक्टेयर भूमि पर नर्सरी प्लांट लगाये जायेंगे | श्री गिरिराज सिंह स्पाइनलेस केक्टस के महत्व के बारे में कहा कि ” स्पाइनलेस केक्टस को लगाने से बंजर भूमि की उत्पादकता बढ़ जाती है और भूमि हरी भरी हो जाती है। “
इसको लगाने के बहुत से फायदे होंगे, इससे अच्छे बायो मॉस का उत्पादन होगा साथ ही कम पानी की मात्रा से इसका ज़्यादा से ज़्यादा उत्पादन हो सकेगा| स्पाइनलेस केक्टस एक मल्टीपर्पस पौधा है जिसके बहुत से फायदे होते हैं , यह पौधा मिटटी की गुणवत्ता को भी बनाए रखता है। डॉ. सी.पी.रेड्डी वरिष्ठ अतिरिक्त आयुक्त भू. संरक्षण विभाग भारत सरकार के द्वारा आज गौ-पुनर्वास केंद्र हिंगोनिया का दौरा करने के बाद यह अनुबंध किया है।
श्री कृष्ण बलराम सेवा ट्रस्ट के कार्यक्रम समन्वयक श्री रघुपति दास जी ने बताया की संस्था के द्वारा अक्टूबर 2016 से गौ-पुनर्वास केंद्र हिंगोनिया का संचालन किया जा रहा है | वर्तमान में 17000 से भी ज्यादा गौवंश गौ-पुनर्वास केंद्र हिंगोनिया में जीवन निर्वाह कर रहे है।