जयपुर। विश्व के सबसे बड़े साहित्य उत्सवों में से एक जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का गुरूवार को भव्य आगाज हुआ। इस अवसर उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा उन्हे लगता है कि जयपुर आज लिट फेस्ट का पर्याय बन गया है और वह और उनका परिवार शुरुआत से ही हिस्सा रहे हैं। इसने विश्व स्तर पर जयपुर को एक पहचान दिलाई है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि केवल पांच दिनों में लिटरेचर फेस्टिवल का योगदान जयपुर शहर और राजस्थान राज्य के लिए किसी एक व्यक्ति या सरकार द्वारा किए गए योगदान से कहीं अधिक है।
दिया कुमारी ने आगे कहा कि यह फेस्टिवल न केवल अर्थव्यवस्था को काफी बढ़ावा देता है बल्कि भारत में साहित्यिक पर्यटन को भी प्रोत्साहन प्रदान करता है। उन्होंने कहा, विश्व भर से पर्यटक अब इस फेस्टिवल के अनुरूप ही अपनी यात्राएं आयोजित करते हैं ताकि वे इस उत्सव का हिस्सा बन सके। यह वैश्विक स्तर पर साहित्यिक समुदाय के साथ जुड़ते हुए जयपुर के जीवंत सांस्कृतिक परिदृश्य का आनंद प्रदान करने के लिए एक उपयुक्त मंच है।
दिया कुमारी ने आगे कहा कि जेएलएफ की परिभाषित विशेषताओं में से एक विविध प्रकार की आवाजों और दृष्टिकोणों को प्रदर्शित करने की प्रतिबद्धता है। यह फेस्टिवल भारत और विश्व भर से प्रशंसित लेखकों, कवियों, विचारकों और सांस्कृतिक आइकन्स को एक साथ लाता है। शैलियों, भाषाओं और संस्कृतियों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करते हुए प्रोग्रामिंग की समावेशिता ने वैश्विक दर्शकों के लिए त्योहार की अपील को व्यापक बना दिया है।
जेएलएफ के 17वें संस्करण के उद्घाटन समारोह की शुरुआत टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजॉय के. रॉय ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की 17 साल की यात्रा को याद करने के साथ हुई। उन्होंने डिग्गी पैलेस से लेकर क्लार्क्स आमेर और विश्व भर में जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के विकास पर प्रकाश डाला और उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया। जिन्होंने इसकी शुरुआत से ही फेस्टिवल में भाग लिया है।
संजॉय ने फेस्टिवल के 17वें संस्करण में ग्रीन पहल पर भी जोर दिया और उम्मीद जताई कि फेस्टिवल के आयोजन के इस मॉडल का जयपुर और विश्व भर में अन्य लोग भी अनुकरण करेंगे। इस दौरान जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के को-डायरेक्टर विलियम डेलरिम्पल और नमिता गोखले भी उपस्थित रहे।
नमिता गोखले ने दर्शकों को संबोधित किया और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2024 के दौरान होने वाले विभिन्न सत्रों का परिचय दिया, जिसमें केवल पांच दिनों में साहित्यिक, भौगोलिक और भाषाई विविधता एक मंच पर देखने को मिलती है। उद्घाटन समारोह फेस्टिवल पार्टनर्स सैमसंग इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजू पुलन और फेस्टिवल संरक्षक एमडी और सीईओ एयू बैंक, संजय अग्रवाल और प्रीता सिंह के संबोधन के साथ समाप्त हुआ।
इस अवसर पर सह-संस्थापक, संजॉय के रॉय; फेस्टिवल के को-डायरेक्टर नमिता गोखले और विलियम डेलरिम्पल; एमडी, क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटल्स, अपूर्व कुमार; सैमसंग इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजू पुलन और एमडी और सीईओ एयू बैंक, संजय अग्रवाल भी उपस्थित रहे।जयपुर लिट फेस्ट 5 फरवरी को खत्म होगा। फेस्टिवल में पुस्तक प्रेमी और युवा बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।