जयपुर। देवस्थान विभाग ने वरिष्ठ नागरिकों को खुश खबरी देते हुए एसी कोच के माध्यम से तीर्थ यात्रा करवाने का फैसला लिया है। इस बार देव स्थान विभाग ने 30 हजार वरिष्ठ नागरिकों के बजाए 50 हजार को लोगों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने का लक्ष्य रखा है। वहीं देवस्थान विभाग 6 लोगों को फ्लाइट से यात्रा करवाएंगा।
देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना के वर्ष -2025-2026 की तैयारियां शुरु हो चुकी है। ट्रेन में स्लीपर की जगह थर्ड एसी में इन वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। देवस्थान विभाग के आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि सरकार ने इस बार वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने के लिए 50 लोगों का लक्ष्य रखा था।
इस पर ट्रेन में स्लीपर की जगह एसी बर्थ में होगा सफर
बताया जा रहा है कि देवस्थान विभाग पहले वरिष्ठ नागरिकों को सरकारी योजना के तहत स्लीपर क्लास में तीर्थ यात्रा करवाती थी। लेकिन इस बार देवस्थान विभाग ने वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन में स्लीपर की जगह एसी बर्थ में तीर्थं यात्रा करवाने का प्लान किया है। इस प्लान के लिए आगे की रणनिति तैयार करने के लिए देवस्थान विभाग की इसी सप्ताह एक बड़ी बैठक आयोजित की जाएगी। जिसमें तीर्थंयात्रा को लेकर रणनिति तैयार की जाएगी साथ ही इस बार तीर्थं यात्रा में किस -किस जगह ले जाया जाएगा, इसके बारे में भी चर्चा की जाएगी।
जुलाई से पहले होगी यात्रा की शुरुआत
आयुक्त वासुदेव मालावत ने बताया कि यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण इस बार यात्रा की शुरुआत जुलाई से पहले कि जाएगी या फिर मई के आखिर तक इस तीर्थ यात्रा को शुरु किया जा सकता है। इस बार भजनलाल सरकार ने अपने बजट में यात्रियों की संख्या और सुविधाओं में विस्तार करने की घोषणा की थी।इसी के तहत ये बदलाव हुए है।
2024 में ट्रेन से 30 हजार और फ्लाइट से 6 हजार यात्रियों को कराई थी तीर्थं यात्रा
पिछले वर्ष 2024 में देव स्थान विभाग की ओर से ट्रेन से 30 हजार और फ्लाइट से 6 हजार यात्रियों को तीर्थंयात्रा पर ले जाया गया था। देव स्थान विभाग के अधिकारियों के बताए अनुसार इस साल की यात्रा के लिए जल्द ही बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद आवेदन मांगने की तारीख की घोषणा की जाएगी। मई के शुरुआत में आवेदन मांगे जा सकते है। इसके बाद माह के आखिर में तीर्थयात्रा शुरु कराने की तैयारी है।
इन जगहों पर प्लेन से कराई गई थी तीर्थं यात्रा
देवस्थान विभाग प्लेन से नेपाल में पशुपतिनाथ की यात्रा कराता है। ट्रेन से देश के 15 स्थानों रामेश्वर,मदुरई,गणसागर (कोलकाता), तिम्रपत, द्वारकापुरी-सोमनाथ, कामाख्या (गुवाहटी), हरिद्वार-ऋषिकेश-अयोध्या, वैष्णोदेवी-अमृतसर, मथुरा-अयोध्या, उज्जैन ओंकारेश्वर-त्रयम्बकेश्वर, मथुरा-वृंदावन मथुरा-बरसाना, प्रयागराज- वाराणसी, सम्मेद शिखर पावापुरी-बैद्यनाथ, बिहार शरीफ और मेलकानी चर्च (तमिलनाडु) आदि धार्मिक स्थलों की यात्रा कराई जाती है. हर बुजुर्ग अपने साथ एक सहयोगी को ले जा सकता है या पति-पत्नी दोनों ही जा सकते हैं।
बैठक के बाद होगी यात्रा की रणनिति तैयार
देवस्थान विभाग जल्द ही एक बड़ी बैठक का आयोजन करेंगा। जिसके बाद प्रदेश मंत्री समेंत देवस्थान विभाग के बड़े अधिकारी भी इस तीर्थं यात्रा को लेकर चर्चा करेंगे और उसके बाद तीर्थंयात्रा का सही रुट तय किया जाएगा।