जयपुर। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को देवस्थान विभाग की ओर से 80 से अधिक राजकीय व प्रन्यास प्रबंधित शिव मंदिरों रुद्धाभिषेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसी कड़ी में देवस्थान मंत्री जोराराम कुमावत ने सोमवार को जयपुर के त्रिपोलिया बाजार स्थित राजकीय प्रत्यक्ष प्रभार मंदिर श्री प्रतापेश्वर मंदिर में सहस्त्रधारा रुद्राभिषेक किया।
मंत्री कुमावत ने रूद्रीपाठ के उच्चारण के बीच विधि-विधान के साथ रूद्राभिषेक कर देवाधिदेव महादेव से लोकमंगल और राष्ट्रकल्याण की प्रार्थना की। रुद्राभिषेक के उपरांत श्री कुमावत ने शिवोपासना का अनुष्ठान संपन्न किया।
इस दौरान देवस्थान विभाग के मंदिरों के पुजारियों ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद मंत्री श्री कुमावत ने आरती कर चराचर जगत के कल्याण के लिए आदियोगी महादेव से प्रार्थना की। अनुष्ठान का यह कार्य दो घंटे से अधिक समय तक चला। उन्होंने यहां भगवान नंदी का पूजन कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया।
मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि आज उन्हे महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्धारा संवंत 1851 में स्थापित श्री प्रतापेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। रुद्राभिषेक से जीवन में सुख, समृद्धि, संतान सुख, धन लाभ और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा अर्चना करते हुए भगवान शिव का दुग्धा अभिषेक करते हुए प्रदेश में सुख समृद्धि की कामना की। कुमावत ने बताया कि देवस्थान विभाग की ओर से प्राचीन शिव मंदिरों में प्रत्येक सोमवार को रुद्राभिषेक कार्यक्रम किए जाएंगे। इस मौके पर सहायक आयुक्त रतनलाल योगी, निरीक्षक सुरेंद्र कुमार पूनिया आदि मौजूद थे।