जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है। भाजपा कार्यालय से लेकर जमीनी स्तर तक इस विषय को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म है। कार्यकर्ताओं से लेकर राजनीतिक विश्लेषकों तक सभी अपने-अपने अनुमान और आंकलन लगाने में जुटे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार कुछ लोग अपने-अपने नेताओं के आगे चक्कर काटते नज़र आ रहे हैं, तो वहीं कुछ कार्यकर्ता अपने ‘नंबर’ बढ़ाने के प्रयास में अलग-अलग माध्यमों से खुद को सक्रिय और प्रभावी साबित करने की कोशिश कर रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा है कि इन प्रयासों के पीछे कार्यकारिणी में स्थान पाने की महत्वाकांक्षा छिपी है।
हालांकि अभी तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है,लेकिन संभावित नामों को लेकर पार्टी कार्यालय के गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक सुरसाहट बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार नई कार्यकारिणी में युवा चेहरों और अनुभवी नेताओं का संतुलन साधने की कोशिश की जा रही है।
वहीं कई नेता अपने-अपने स्तर पर आंकड़े जोड़ रहे हैं और कुछ नामों को लेकर अंदरखाने से “संपर्क और समर्थन” की रणनीतियाँ भी तेज हो गई हैं। इन अटकलों के बीच पार्टी हाईकमान द्वारा जल्द ही अंतिम मुहर लगाने की संभावना जताई जा रही है।
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी को लेकर चल रही इस मंथन प्रक्रिया पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
हालांकि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने फिलहाल कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया है, लेकिन संभावना है कि जल्द ही नई प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी, जिसमें संगठनात्मक अनुभव, सामाजिक समीकरण और युवा ऊर्जा का संतुलन रखा जाएगा। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि आगामी नगर निकाय और पंचायत चुनावों को ध्यान में रखते हुए यह कार्यकारिणी बेहद अहम साबित होगी और इसी कारण पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता अचानक बढ़ गई है।