जयपुर। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अग्रणी संगठन दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने अपने विशेष प्रकल्प संतुलन – महिला सशक्तिकरण पहल के अंतर्गत इस बार “तीज – स्वयं से साक्षात्कार” नामक विशेष कार्यक्रम का सफल आयोजन किया। यह आयोजन जगेश्वर महादेव मंदिर, के.के. फैक्ट्री के सामने, सोडाला, जयपुर (राजस्थान) में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को उनकी आंतरिक शक्ति, आत्मसम्मान और जीवन में उनकी सर्वोच्च क्षमता का बोध कराना था। जिस प्रकार देवी उमा ने शिव रूपी गुरु को पाकर दुर्गा का अवतार लिया, उसी प्रकार प्रत्येक नारी को अपने भीतर की शक्ति को पहचानते हुए आत्मनिर्भर और सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर रोचक गतिविधियों, आनंद के झूले, प्राचीन भारतीय इतिहास से प्रेरणादायी दृष्टांत, महिला सशक्तिकरण पर प्रेरक विचार और तीज पर्व के आध्यात्मिक रहस्यों का विशेष प्रस्तुतीकरण हुआ। कार्यक्रम में संस्कृति और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिला, जहां पारंपरिक तीज पर्व की खुशियां महिला सशक्तिकरण के संदेश के साथ गूंज उठीं।
संतुलन कार्यक्रम। डीजेजेएस की एक विशेष पहल है जिसका उद्देश्य महिलाओं को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इस प्रकल्प के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, आत्मरक्षा और आर्थिक स्वतंत्रता के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है तथा समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और समानता की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है। यह प्रकल्प पूरे देश में कार्यशालाओं, शिविरों और जनजागरण अभियानों के जरिए महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करता है।
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का विश्वास है कि नारी केवल समाज की आधारशिला ही नहीं बल्कि परिवर्तन की सबसे बड़ी प्रेरक शक्ति है। “तीज – स्वयं से साक्षात्कार” इसी विचार को मूर्त रूप देने का एक प्रयास रहा, जहां महिलाओं ने अपने भीतर की शक्ति को पहचानते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया।