जयपुर । भाद्रपद शुक्ल एकादशी बुधवार को डोल ग्यारस और जलझूलनी एकादशी के रूप में मनाई गई । छोटीकाशी के लगभग सभी मंदिरों से डोल निकले। इसी कड़ी मे श्री लक्ष्मी नृसिंह मन्दिर खातीपुरा जल झूलनी एकादशी महोत्सव पर शोभा यात्रा निकाली गई मंदिर महंत कैलाश चन्द्र दाधीच ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष श्री लक्ष्मी नृसिंह मन्दिर, खातीपुरा से भगवान श्री लक्ष्मी नृसिंह जी महाराज की पालकी डोल यात्रा शोभायात्रा के रूप में रवाना हुई ।
जिसमें हाथी, घोडे, ऊँट, बैण्ड-बाजो के अतिरिक्त भक्तजन भजन गाते एवं नृत्य करते हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की के जयकारे लगाते चल रहे थे । महिलाएं, बच्चे इस पालकी के नीचे से निकलकर अपने को धन्य हो गए । पालकी शोभायात्रा श्री झारखण्ड महादेव मन्दिर क्वींस रोड़ पहुंची । इसी कड़ी में गोनेर के ऐतिहासिक श्री लक्ष्मी जगदीश मंदिर के वार्षिक मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु ढोक देने पहुंचे।
जगदीश जी महाराज की गाजेबाजे और लवाजमे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। भगवान श्री लक्ष्मी जगदीश महाराज को सुसज्जित पालकी में विराजमान कर मंदिर प्रांगण से जगन्नाथ सरोवर तक ले जाया गया । पानी से लबालब भरे जगन्नाथ सरोवर में भगवान को नौका विहार कराया गया।