जयपुर। पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार शर्मा के निर्देश पर श्री गंगानगर पुलिस ने संगठित अपराध चाहे वह साइबर फ्रॉड हो या जमीनी स्तर का जुर्म उसके खिलाफ दो बड़ी निर्णायक कार्रवाइयां की हैं। जिले में चलाए जा रहे विशेष अभियान ऑपरेशन फ्रीज के तहत एक ओर 2000 करोड़ के साइबर फ्रॉड से कमाई गई करोड़ों की लग्जरी संपत्ति कुर्क की गई वहीं दूसरी ओर हत्यारोपी हिस्ट्रीशीटर के अवैध कब्जे को ध्वस्त किया गया।
अपराध से साम्राज्य बनाने वाले निशाने पर
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि यह कार्रवाई कैपमोरएफएक्स कंपनी के नाम पर करीब 2000 करोड़ का फ्रॉड करने वाले ठगो लाजपत राय आर्य, दीपक कुमार आर्य, अजय कुमार आर्य और अन्य के खिलाफ की गई है।
अनुसंधान में यह सामने आया कि आरोपियों के पास कोई स्थायी आय का स्रोत नहीं था, फिर भी उन्होंने करोड़ों रुपये के प्लॉट और लग्जरी वाहन खरीदे थे। यह स्पष्ट रूप से अवैध कमाई थी। इस केस में गिरफ्तार आरोपियों के साथ-साथ उनके परिजनों जैसे लाजपत राय आर्य की पत्नी रेणू बाला और फरार अजय कुमार आर्य और कर्मजीत सिंह के पिता मलकीत सिंह के नाम से खरीदी गई संपत्तियों को भी अपराध से अर्जित राशि मानकर कुर्की की कार्रवाई की गई है।
करोड़ों की संपत्तियों का विस्तृत विवरण
पुलिस द्वारा 5 फरवरी और 11 मार्च 2025 पेश 2 इस्तगासों के आधार पर न्यायिक मजिस्ट्रेट ने धारा 107 बीएनएसएस में पेश किए गए इस्तगासों पर त्वरित सुनवाई करते हुए मंगलवार 14 अक्टूबर को कुर्की के आदेश जारी किए हैं। जयपुर और श्रीगंगानगर में स्थित ये संपत्तियां अब कानूनी तौर पर जब्त हो गई हैं।
जयपुर में जब्त संपत्ति (मलकीत सिंह, दीपक कुमार आर्य, रेणू बाला के नाम):
राजधानी जयपुर में अजमेर रोड स्थित आमेक्स सिटी के प्लॉट क्षेत्रफल 253.00 वर्गमीटर और ग्राम गिरधारीपुरा में अपोलो गृह निर्माण सहकारी समिति लिमिटेड के प्लॉट क्षेत्रफल 138.88 वर्गमीटर को कुर्क किया गया है।
श्रीगंगानगर में जब्त संपत्ति (लाजपत आर्य, दीपक आर्य, मलकीत सिंह के नाम):
श्रीगंगानगर में पुलिस ने एक लग्जरी वाहन लेक्सस ईएस 300 एच को जब्त किया है। इसके अलावा अभियुक्तों से बरामद की गई ऑनलाइन ठगी की कुल 10 लाख संदिग्ध राशि को भी कुर्क किया गया है। स्थानीय चक 7 ई छोटी, मानवी इन्कलेव में स्थित 20 गुणा 80 फीट के दो भूखंड भी कुर्की के दायरे में आए हैं।
सूरतगढ़ में हिस्ट्रीशीटर के अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर
एसपी डॉ दुहन ने बताया कि ऑपरेशन फ्रीज के दूसरे चरण में श्रीगंगानगर पुलिस ने आसिफ खान हत्याकांड के आरोपी और हत्या के प्रयास और मारपीट कर दहशत फैलाने वाले हिस्ट्रीशीटर पर हमला बोला। हत्यारोपी और हिस्ट्रीशीटर विकास उर्फ विक्की मील निवासी सूरतगढ़, जिसके खिलाफ 15 से अधिक गंभीर मामले दर्ज हैं।
नगर पालिका और पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में विक्की मील द्वारा नगरपालिका की भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण चारदीवारी और पशुबाड़ा को ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्यवाही से करीब 60 लाख कीमत का बेशकीमती प्लॉट कब्जा मुक्त करवाया गया है।
डीजीपी शर्मा ने श्रीगंगानगर पुलिस की इन दोनों कार्रवाइयों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह दिखाता है कि पुलिस सिर्फ कानून की रक्षक नहीं बल्कि समाज से अपराध और अपराधी के द्वारा अर्जित अवैध साम्राज्य को मिटाने के लिए प्रतिबद्ध है।