जर्जर मकान ढहने से बुजुर्ग महिला की मौत: बचाव का प्रयास करते बहू हुई घायल

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जयपुर। सुभाष चौक थाना इलाके में गुरुवार को तेज धमाके के साथ एक जर्जर मकान ढ़ह गया। जिसमें एक बुजुर्ग महिला दब गई। बुजुर्ग सास को बचाने के प्रयास में बहू उसके ऊपर लेट गई। जिससे सास -बहु दोनो ही मकान के मलबे में दब गए। तेज धमाके की आवाज सुन आसपास के स्थानीय लोग घटना स्थल पर जमा हो गए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस और रेस्क्यू टीम ने राहत कार्य शुरु करते हुए मलबे में दबी दोनो महिलाओं को बाहर निकाल तुरंत सवाई मानसिंह अस्पताल भिजवाया। जहां पर चिकित्सकों ने बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर दिया। वहीं हादसे में बहू घायल हो गई।

तेज धमाके की आवाज सुन दौड़ आठ -दस युवा

सुभाष चौक थाना अधिकारी लिखमाराम ने बताया कि सुभाष चौक इलाके में स्थित झिलाई हाउस में गुरुवार सुबह सात बजे जर्जर मकान तेज धमाके के साथ जमीदोंज हो गया। बताया जा रहा है कि मकान मालिक प्रदीप शाह कुछ ही दूरी पर अपने दूसरे घर में परिवार सहित रहता है। प्रदीप ने निगरानी करने के लिए घन्नी बाई (60) को ये मकान रखा था। धन्नीबाई अपनी बहू सुनीता (35) के बच्चों के साथ इस हवेली में रहती थी। हादसे के वक्त दोनो बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे।
स्थानीय निवासी पांच फीट का गेट कूद कर जर्जर मकान के अंदर पहुंचे और रेस्क्यू शुरु किया। आठ -दस युवा ने एक साथ लेकर सास और बहू को मलवे से बाहर निकाल और तुरंत अस्पताल के लिए रवाना किया।

नगर निगम के फूले हाथ-पांव

अल सुबह जर्जर मकान के ढह जाने की सूचना पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद पुलिस जाप्ता और नगर निगम हेरिटेज के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद मकान मालिक प्रदीप शाह और नगर निगम हेरिटेज के अधिकारी नोटिस कार्रवाई पर बहस करते नजर आए। नगर निगम हेरिटज उपायुक्त सीमा चौधरी ने इस बिल्डिंग को गिराने वाला नोटिस दिखाया। उनका दावा है कि मकान मालिक को ये नोटिस 12 अगस्त को दिया गया था। कुछ देर बहस होने के बाद मकान मालिक प्रदीप शाह मौके से फरार हो गया।

सास को बचाने के लिए उसके ऊपर लेटी बहू, जान बचाने का प्रयास विफल
जर्जर भवन से कुछ ही दूरी पर रहने वाले रिश्तेदार तरुण महावर ने बताया कि परिवार में सास, बहू और उसके दो बच्चे है। पति के निधन के बाद से वो इस जर्जर मकान में रहने लग थे। हादसे के वक्त दोनो बच्चे घर के बाहर ही खेल रहे थे। बच्चों ने बताया कि तेज धमाके की आवाज सुन जैसे ही वो अंदर आए तो देखा दादी और मम्मी दोनो मलवे के नीचे दबे हुए है और मम्मी बचाओं-बचाओं की आवाज लगा रहीं थी। पास ही में रहने वाले आठ -दस युवकों ने राहत कार्य शुरु कर दोनो को बाहर निकाल सवाई मानसिंह अस्पताल भिजवाया। जहां पर चिकित्सकों ने घन्नी बाई (60) को मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है की सुनीता के दोनो पैरों में गंभीर चोट आई है।

विधायक बालमुकुंदाचार्य की आर्थिक मदद

हादसे की जानकारी मिलने के बाद हवा महल क्षेत्र के विधायक बाल मुकुंदाचार्य भी घटना स्थल पर पहुंचे और वहां का जायजा लिया। जिसके बाद विधायक ने भूखे- प्यासे दोनो बच्चों को अल्पहार करवाया। धन्नी देवी की मौत की खबर सुनते ही बाल मुकुंदाचार्य अस्पताल पहुंचे और सुनीता के हाथ में पचास हजार रुपए का लिफाफा थमाया।

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