जयपुर। सावन मास से ही पर्व और त्यौहार शुरू हो जाते हैं। सावन शुक्ल पक्ष की तृतीया 27 जुलाई को लोकपर्व हरियाली तीज मनाई जाएगी। इसके साथ त्योहारों की शुरुआत हो जाएगी। राजस्थान में एक प्रचलित कहावत भी है, तीज त्योहार बावड़ी, ले डूबी गणगौर…यानी गणगौर त्योहारों को लेकर चली जाती है और तीज माता त्योहारों को लेकर लौटती हैं।
खास बात यह है कि इस साल सारे त्यौहार पिछले साल के मुकाबले 11 दिन पहले आए हैं। सावन की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से हुइ है जबकि पिछले साल 22 जुलाई से शुरू हुई थी। सौर मास यानी अंग्रेजी कैलेंडर 365 दिन का होता है। जबकि चंद्रमास यानी हिंदू कैलेंडर 355 दिन का होता है।
इसी वजह से हर साल त्योहारों में 10 से 11 दिन का अंतर आता है। इस अंतर को पाटने के लिए हिंदू कैलेंडरों में हर तीन साल बाद एक अधिक मास आता है। अगले साल यानी 2026 में ज्येष्ठ के दो महीने होंगे, यानी ज्येष्ठ अधिकमास रहेगा। अनंत चतुर्दशी 12 दिन पहले आ रही।
त्योहारों का कैलेंडर:
रक्षाबंधन 9 अगस्त
जन्माष्टमी 16 अगस्त
गणेश चतुर्थी 27 अगस्त
राधाष्टमी 31 अगस्त
अनंत चतुर्दशी 6 सितंबर
सर्वपितृ अमावस 21 सितंबर
नवरात्रि शुरुआत 22 सितंबर
दशहरा 2 अक्टूबर
शरद पूर्णिमा 6 अक्टूबर
धनतेरस 18 अक्टूबर
दीपावली 20 अक्टूबर
गोर्वधन पूजा 22 अक्टूबर
भाई दोज 23 अक्टूबर
देवउठनी एकादशी 1 नवंबर